रिपोर्ट-निखिल स्वामी
बीकानेर. चना चाहें हरा हो या भूरा या काला, सेहत के लिए हमेशा फायदेमंद रहता है. ये प्रोटीन से भरपूर होता है. बीकानेर के वैज्ञानिकों ने चने की नई किस्म तैयार की है. चने की इस वैरायटी में सबसे ज्यादा प्रोटीन है. वैज्ञानिकों के इस शोध से किसानों और हम सबको फायदा होगा.
बीकानेर में नित नये शोध हो रहे हैं. यहां के भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान बीकानेर केंद्र ने चने की नयी किस्म तैयार की है. संस्थान इसे डेढ़ साल पहले लॉन्च कर चुका है. किसानों के लिए तो ये बेहद फायदेमंद है ही हमारी और आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद है. राजस्थान के किसान यहां की जलवायु में चने की इस किस्म को आसानी से तैयार कर सकेंगे.
इस चने में 26 फीसदी ज्यादा प्रोटीन
ये नयी वैरायटी आईपीसी 4/14 है इसमें हाई लेवल प्रोटीन होता है. ये चना रबी सीजन में होता है. इस चने का बीज हल्के भूरे रंग का होता है. चने की ये फसल 130 से 135 दिन में तैयार होती है. आमतौर पर चने में 21 से 22 प्रतिशत प्रोटीन होता है लेकिन इसमें 26 प्रतिशत प्रोटीन होता है. चने की इस वैरायटी के लिए बीकानेर और आसपास के पूरे इलाके की जलवायु अनुकूल है.
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एक और चना आने को है
भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान केंद्र बीकानेर के प्रभारी डॉ सुधीर ने बताया इसके अलावा चने की एस औऱ किस्मत तैयार की गयी है. आईपीसी 13/163 खास बीकानेर के लिए बनायी गयी है. यहां की जलवायु में चने की इस किस्म की भरपूर पैदावार होगी. अभी इस पर काम चल रहा है. अगले साल से किसानों को यह मिलने लगेगा. इससे किसानों को अच्छी फसल होगी और फायदा भी बहुत होगा. डॉ सुधीर ने बताया अभी इसका मल्टीप्लिक्सन चल रहा है. इसके अलावा संस्थान में मूंग, विराट, सीखा भी तैयार होती है. ये फसल 55 दिन में तैयार हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : February 2, 2024, 15:48 IST