हाइलाइट्स
कैफीन लोअर एसोफेगल स्फिंगटरके वॉल्व को ढीला कर देता है.
कैफीन पेट में एसिड प्रोडक्शन को बढ़ाता है.
Dr. Shrihari Anikhindi explains how dangerous Effects on Antacid: आज जिस तरह का हमारा खान-पान है उसमें गैस, एसिडिटी और ब्लॉटिंग की समस्या आम हो गई है. 20-25 साल की उम्र से ही यह समस्या अधिकांश लोगों को परेशान करने लगी है. आमतौर पर ऐसी परेशानियों में लोग डाइजीन, जेलोसिल या इनो जैसी एंटासिड दवाइयां गटक लेते हैं. उन्हें थोड़ा आराम मिलता है तो रोजाना इसकी खुराक लेने लगते हैं. चूंकि एंटासिड की अधिकांश दवाइयों को सुबह खाली पेट ली जाती है, ऐसे में कुछ लोग इन दवाइयों के तुरंत बाद चाय भी पी लेते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो इसे तुरंत छोड़ दें वरना पेट का पूरा सिस्टम बर्बाद हो सकता है. एंटासिड को लगातार लेने से वैसे ही साइड इफेक्ट का खतरा है और जब आप इसे चाय के साथ लेते हैं तो यह पेट को बर्बाद करने जैसा है.
सर गंगाराम अस्पताल में इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड पेनक्रिएटिक बिलीएरी साइंसेज के कंसल्टेंट डॉ. श्रीहरि अनिखिंडी बताते हैं कि चाय के साथ एंटासिड टैबलेट का सेवन पेट के लिए बहुत ही जोखिम वाला काम है, इसलिए ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
एसिड प्रोडक्शन बढ़ाता है कैफीन
डॉ. श्रीहरि अनिखिंडी ने बताया कि एंटासिड टैबलेट हम तब लेते हैं जब हमे एसिडिटी परेशान करने लगती है. यानी एंटासिड टैबलेट एसिडिटी को कम करेगी लेकिन दूसरी तरफ चाय और कॉफी ऐसी चीज है जो एसिडिटी को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है. इसका मतलब यह हुआ कि एक तरफ हम एसिडिटी को कम करने के लिए दवाई लेते हैं और दूसरी तरफ एसिडिटी बढ़ाने वाली चीजें चाय-कॉफी का सेवन करते हैं. यह अपने आप में विरोधाभासी है. उन्होंने कहा कि चाय और कॉफी में कैफीन होता है. कैफीन पेट में एसिड प्रोडक्शन को बढ़ाता है. इसके साथ ही यह लोअर एसोफेगल स्फिंगटर (lower esophageal sphincter) के वॉल्व को ढीला कर देता है.
डॉ. श्रीहरि अनिखिंडी ने बताया कि यह स्फिंगटर खाने की नली और पेट के बीच में होता है जिसमें वॉल्व लगा होता है. जब कोई चीज पेट में जाता है तो यह वॉल्व अपने आप खुल जाता है और फिर तुरंत बंद हो जाता है. इससे पेट में मौजूद एसिड उपर नहीं उठता है. यानी यह पेट के एसिड को वापस आने से रोकता है. कैफीन वॉल्व को ढीला कर देता है. इसका मतलब यह हुआ कि एक तरफ आप एसिडिटी कम करने की कोशिश करते हैं दूसरी ओर इसे बढ़ाने के लिए चाय कॉफी पी रहे हैं. यह कहीं से भी बुद्धिमानी नहीं है.
बन सकता है पेट में अल्सर का कारण
डॉ. श्रीहरि अनिखिंडी ने बताया कि अगर हम बहुत दिनों तक एंटासिड टैबलेट और चाय या कॉफी को एक साथ लेते रहेंगे तो एसिडिटी बढ़ती रहेगी. इसके साथ ही लंबे समय तक एसिडिटी के कारण पेट की जितनी बीमारियां होने वाली होती हैं, वह अब उससे भी पहले होने लगेंगी. यानी अगर आप बहुत ज्यादा दिनों तक ऐसा करते हैं तो आपको पेट में अल्सर भी हो सकता है. इसके साथ ही फूट पाइप में अल्सर, फूड में रूकावट जैसी समस्या बढ़ जाएगी. अगर बहुत दिनों तक पेट में एसिडिटी रहे तो खाने की नली में सूजन आ जाती है. इसमें रूकावट होने लगती है और यह प्रक्रिया अगर 10 साल तक चलती रहे तो इन अंगों में कैंसर भी हो सकता है. कुछ सॉफ्ट ड्रिंक में भी कैफीन होता है. सॉफ्ट ड्रिंक में कार्बनडायऑक्साइड भी होता है. यानी यह पेट में एसिड को और अधिक बढ़ा देगा. इसलिए एसिडिटी में सॉफ्ट ड्रिंक का भी सेवन नहीं करना चाहिए. रेड बुल जैसे सॉफ्ट ड्रिंक में कैफीन ज्यादा है.
साइड इफेक्ट से बचने के लिए क्या करें
डॉ श्रीहरि ने बताया कि एसिडिटी की दवाई एंटासिड खाली पेट ली जाती है. अगर आपको चाय पीनी ही है तो एंटासिड की गोली लेने के आधे घंटे के बाद पीएं. हालांकि चाय या कॉफी न पीएं तो ज्यादा बेहतर है. यदि आपको पहले पता नहीं था और ज्यादा दिनों से चाय के साथ एंटासिड टैबलेट ले रहे हैं और दर्द परेशान कर रहा है या एसिडिटी और बढ़ गई है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle, Trending news
FIRST PUBLISHED : March 30, 2023, 17:52 IST