हाइलाइट्स
औषधीय गुणों से भरपूर दालचीनी का मसाले के तौर पर उपयोग होता है.
दालचीनी के डायबिटीज मैनेज करने को लेकर स्टडीज में मिले जुले नतीजे आए हैं.
Cinnamon For Manage Diabetes: हमारे यहां दालचीनी का प्रयोग मसाले के तौर पर काफी किया जाता है. दालचीनी में काफी औषधीय गुण होते हैं यही वजह है कि इसका आयुर्वेद में भी काफी महत्व बताया गया है. कई लोग तो डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए भी दालचीनी को काफी लाभकारी मानते हैं. माना जाता है कि दालचीनी ब्लड शुगर को घटाकर डायबिटीज को मैनेज करने में मदद करती है. क्य वाकई ये बात सच है दालचीनी ब्लड शुगर कम कर डायबिटीज को कंट्रोल करती है? इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया जा सकता है. दरअसल, अब तक हुई कई रिसर्च में ये बात एकदम साफ नहीं हो सकी है कि दालचीनी का सेवन डायबिटीज को मैनेज करने में मददगार होता है .
बीते कुछ सालों में हुई रिसर्च में ठीक-ठीक साफ नहीं हो सकता है. कुछ रिसर्च में दालचीनी को डायबिटीज के लिए प्रभावी पाया गया है तो कई रिसर्च में नतीजे उतने सटीक नहीं मिले हैं. इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक ये साफ नहीं है कि दालचीनी डायबिटीज पेशेंट्स की ब्लड शुगर को कम करने में प्रभावी है, हालांकि इसे सपोर्ट के तौर पर खाया जा सकता है.
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अब तक हुई रिसर्च के हैं मिले-जुले नतीजे
दालचीनी पेड़ की छाल होती है जिसका उपयोग कुकिंग और बेकिंग में किया जाता है. पारंपरिक आयुर्वेद में दालचीनी का सत्व कई बीमारियों जैसे अर्थराइटिस, डायरिया, सूजन जैसा परेशानियों में किया जाता है. सैध्दांतिक तौर पर ये भी माना जाता है कि दालचीनी में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड ब्लड शुगर मैनेजमेंट को सपोर्ट करने में हेल्प करता है. हालांकि स्टडीज में अब तक अलग-अलग नतीजे मिले हैं.
साल 2012 में चीन में टाइप 2 डायबिटीज के 69 मरीजों पर स्टडी की गई थी. एक ग्रुप को रोजाना 120 मिलीग्राम और दूसरे क 360 मिलीग्राम दालचीनी दी गई थी और तीसरा प्लेसबो ग्रुप था. कुछ महीनों बाद प्लेसबो ग्रुप में कोई अंतर दिखाई नहीं दिया, जबकि दो ग्रुप जो कि दालचीनी का सेवन कर रहे थे उनमें A1C लेवल घटा नज़र आया. साल 2013 में 10 स्टडीज का मेटा एनालिसिस किया गया, जिसमें पाया गया कि दालचीनी खाने पर ग्लूकोज़, टोटल कोलेस्ट्रॉल, एलडीएल और ट्राईग्लाइसेराइड घटाने में दालचीनी ‘स्टेटिस्टिकली सिग्निफिकेंट’ पायी गयी. हालांकि रिसर्चर्स ने नोट किया कि हर स्टडी में उपयोग किया गया दालचीनी का प्रकार अलग था.
साल 2019 में हुई एक स्टडी में 3 से 6 ग्राम दालचीनी का सेवन करने से ब्लड पैरामीटर्स में पॉजिटिव इफेक्ट पाया गया. कुछ स्टडीज में पाया गया कि दालचीनी हीमोग्लोबीन ए1सी कम करती है जो कि लॉन्ग टर्म ब्लड शुगर करने का एक मेजर है. हालांकि अलग-अलग स्टडीज में दालचीनी के ग्लाइसेमिक और लिपिड पैरामीटर्स पर प्रभाव मेल नहीं खा पा रहे हैं.
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इस तरह कर सकते हैं दालचीनी का प्रयोग
दालचीनी को हम कई तरीकों से सेवन कर सकते हैं. इसका उपयोग काढ़ा बनाने में किया जा सकता है. इसके साथ ही फ्लेवर्ड बिरयानी और सब्जियों की ग्रेवी में किया जाता है. आप दालचीनी के पाउडर को चाय में डालकर भी पी सकते हैं. सेबफल में दालचीनी डालकर खाया जा सकता है जो कि फल का स्वाद और भी बढ़ा देती है. इसके अलावा दालचीनी को स्मूदी, बेकरी प्रोडक्ट्स और रोल में यूज किया जा सकता है.
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Tags: Diabetes, Health, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : February 27, 2023, 17:42 IST