वाराणसी में नए साल पर काशी विश्वनाथ धाम में, घाटों पर उमड़ने वाली भीड़ के प्रबंधन की रूपरेखा तय कर ली गई है। खास यह कि 31 दिसंबर की रात से मैदागिन, जंगमबाड़ी और रामापुरा चौराहे से किसी भी तरह के वाहन मंदिर की ओर नहीं जाएंगे। केवल पैदल लोगों का आवागमन होगा।
क्षेत्र को चार जोन, 11 सेक्टर और 26 सब सेक्टर में बांटकर एसीपी, निरीक्षक और उप निरीक्षकों की ड्यूटियां आवंटित की गई हैं। काशी जोन के डीसीपी आरएस गौतम ने बताया कि मैदागिन, जंगमबाड़ी और रामापुरा चौराहे पर बैरियर लगाए जाएंगे। किसी भी वाहन को अंदर आने की छूट नहीं होगी। इन तीनों मार्गों पर और दशाश्वमेध घाट जाने वाले रास्तों पर दर्शनार्थियों के लिए अलग से कतारें लगेंगी। बैरिकेडिंग की व्यवस्था कराई जा रही है। धाम के गेट नंबर चार से गोदौलिया तक, गोदौलिया से दशाश्वमेध तक, गोदौलिया से गिरजाघार रोड तक और गोदौलिया से मैदागिन कतार के लिए बैरिकेडिंग की जा रही है।
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कई घाटों पर ड्यूटियां
डीसीपी ने बताया कि दशाश्वमेध के अलावा नमो, पंचगंगा, केदारेश्वर, अस्सी, रविदास घाट पर विशेष ड्यूटियां लगाई जाएंगी। सहायता केंद्र भी बनाए गए हैं।
गंगा में हो रही बैरिकेडिंग
गंगा में भी बैरिकेडिंग की जा रही है। ताकि कोई हादसा न होने पाये। बैरिकेडिंग कर वहां लाल कपड़ा बांधा जा रहा है। इसके अलावा जल पुलिस, एनडीआरएफ और पीएसी का बाढ़ राहत दल लगातार गश्त करेगा। वाटर एंबुलेंस दशाश्वमेध के पास रहेगी।
कोरोना के लिए भी सतर्क
सभी इलाकों में कोरोना को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। टेस्टिंग और स्क्रीनिंग बढ़ा दी गई है। लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी जा रही है।