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ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने आज अपनी G-20 प्रतिबद्धताओं से समय निकाला और नई दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया। मंदिर में अपने समय के दौरान उन्होंने पूजा और अभिषेक (भगवान की मूर्ति पर पानी डालना) किया और स्वामियों के साथ बातचीत भी की। दिल्ली में आज भारी बारिश के बावजूद सुनक और अक्षता मूर्ति सुबह 6.30 बजे मंदिर पहुंचे थे। इस दौरान ऋषि सुनक ने कहा कि वह एक गर्वित हिन्दू हैं और इसका मतलब है कि वह हमेशा भारत के लोगों से जुड़े रहेंगे।
जी-20 समिट के दौरान ब्रेक लेकर ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ अक्षरधाम मंदिर का भ्रमण किया। मंदिर के पुजारी जोड़े को परिसर में ले गए और उन्हें 100 एकड़ के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परिसर स्वामीनारायण अक्षरधाम का अवलोकन कराया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, जो भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं, ने कहा कि उन्हें अपनी भारतीय जड़ों और देश के साथ अपने जुड़ाव पर बेहद गर्व है। ऋषि सुनक ने यह भी कहा कि वह एक ‘गर्वित हिंदू’ हैं और इसका मतलब है कि वह हमेशा भारत के लोगों से जुड़े रहेंगे।
सुनक ने कहा, “मुझे अपनी भारतीय जड़ों और भारत से अपने संबंधों पर बेहद गर्व है… एक गौरवान्वित हिंदू होने का मतलब है कि मेरा हमेशा भारत और भारत के लोगों से जुड़ाव रहेगा।”
अक्षरधाम मंदिर यात्रा की तस्वीरों के साथ उनकी टिप्पणियों को भारत में ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर साझा किया गया है।
गौरतलब है कि कंजर्वेटिव पार्टी के 43 वर्षीय नेता को पहली बार 2015 में सांसद के रूप में चुना गया था। उन्हें फरवरी 2020 में तत्कालीन प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा वित्त मंत्री या राजकोष का चांसलर बनाया गया था। पिछले साल अक्टूबर में वह इतिहास रचते हुए पहले भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री बने थे। उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति भारत के अरबपति तकनीकी सम्राट नारायण मूर्ति और शिक्षिका सुधा मूर्ति की बेटी हैं।
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