Home Life Style अगर आपको भी रहती है Acidity की शिकायत तो इन आदतों को तुरंत छोड़ दें

अगर आपको भी रहती है Acidity की शिकायत तो इन आदतों को तुरंत छोड़ दें

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हाइलाइट्स

स्मोकिंग और कम सोने के चलते भी शुरू हो जाती है एसिडिटी की समस्या.
एसिडिटी के चलते सीने और गले में होती है जलन.

नई दिल्ली. अधिकांश लोगों को सीने (Chest Burn) और गले (Throat Burn) में जलन की शिकायत हमेशा रहती है, जो पेट से संबंधिक सबसे आम समस्याओं में से एक है. इसे एसिडिटी (Acidity) भी कहते हैं और एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) भी कहा जाता है. पेट में एसिड (Acid) के अधिक उत्पादन के कई कारण हो सकते हैं. जलन के चलते कुछ भी खाने-पीने का मन नहीं करता है. अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आप इन बातों का जरूर ध्यान रखें.

लक्षणों की जानकारी नहीं होने पर बढ़ सकती है समस्या
Healthline.com के अनुसार, यदि आपको सप्ताह में दो बार से अधिक एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) के लक्षण हैं, तो आपको गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (Gastroesophageal Reflux Disease) (जीईआरडी) नाम की बीमारी हो सकती है. रिसर्च गेट (Research Gate) में प्रकाशित 2019 के एक अध्ययन के अनुसार, भारत में जीईआरडी (GERD) का प्रसार 7.6 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक है. जबकि हम में से कई लोग इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं.

इसके लिए सबसे पहले जरुरी है इसके लक्षणों और कारणों के बारे में जानें. ताकि इस बीमारी से राहत मिले. एसिडिटी (Acidity) के मुद्दे और उसके कारणों के बारे डॉक्टर लवनीत बत्रा (Loveneet Batra) ने जानकारी दी है. उन्होंने एक पोस्ट के जरिये एसिडिटी (Acidity) को लेकर कई अहम जानकारियां दी हैं और बताया है कि किन कारणों से एसिडिटी की शिकायत होती है.

कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, अत्यधिक कॉफी (Coffee) और चाय (Strong Tea) का सेवन
पोषण विशेषज्ञ (Nutritionist) के अनुसार, अध्ययन में पाया गया है कि अधिक कॉफी (Excessive Coffee), स्ट्रॉन्ग चाय (Strong Tea) और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (Carbonated Drinks) अस्थायी रूप से निचले एसोफेजल स्फिंक्टर (Esophageal Sphincter) को आराम देते हैं और एसिड रिफ्लक्स (Acide Reflux) के जोखिम को बढ़ाते हैं.

अनियमित भोजन का समय
भोजन को छोटे-छोटे कण में तोड़ने के लिए पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड (Hydrochloric Acid) की जरूरत होती है. अनियमित भोजन (Irregular Meal Times) के कारण आपके पेट में एसिड (Acid) बन सकता है और संभावित रूप से एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) और मतली (Nausea) की शिकायत हो सकती है.

हाई फैट वाले खाने का सेवन
उच्च वसा (High Fat) वाले भोजन आपके शरीर पर सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव डालते हैं. सबसे पहले हाई फैट वाले फूड दिल की धड़कनों को अनियमित रूप से बढ़ाते हैं, जिससे शरीर में मौजूद  एसोफैगस (Esophagus) प्रभावित होते हैं. इसके अलावा इस तरह के भोजन का सेवन करने से पेट के अंदर एसिडिटी की समस्या शुरू हो सकती है.

खाना खाने के तुरंत बाद सो जाना
सोने से तुरंत पहले भोजन का सेवन करने से भी एसिडिटी की समस्या शुरू हो सकती है. क्योंकि लेटने पर पेट को पाचन क्रिया करने में मुश्किलें पैदा होती हैं. इसके चलते भी एसिडिटी की समस्या शुरू हो सकती है. खाने के बाद कम से कम 3 घंटे तक लेटने का इंतज़ार करें.

रात में अपर्याप्त नींद
नींद की कमी पेट में अधिक एसिड उत्पादन का कारण बन सकती है, जो एलईएस को परेशान करती है, जिससे एसिड एसोफैगस तक पहुंच जाता है और दिल की जलन और एसिड रिफ्लक्स/जीईआरडी के लक्षण पैदा करता है.

धूम्रपान (Smoking)
धूम्रपान भी एसिडिटी के मुख्य कारणों में से एक है. धूम्रपान के चलते शरीर में गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स तेजी से बढ़ता है.

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