Health, बर्फ को ऐसे ही डायरेक्ट खाना कई लोगों को अच्छा लगता है. लेकिन ये बात सुनने में भले ही सामान्य लगे, लेकिन इसका कारण एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है. लगातार बर्फ खाने की आदत को मेडिकल भाषा में पिका (Pica) कहा जाता है, और अगर यह विशेष रूप से बर्फ खाने तक सीमित है, तो इसे पैगोफैगिया (Pagophagia) कहते हैं. तो आइए जानते हैं, बर्फ खाने से क्या होता है.
यह क्यों होता है?
बर्फ खाने की यह आदत अक्सर शरीर में आयरन की कमी (Iron Deficiency Anemia) का संकेत होती है. आयरन की कमी से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे थकान, चक्कर आना और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई जैसी समस्याएं हो सकती हैं. कुछ लोगों में यह बर्फ खाने की तीव्र इच्छा के रूप में सामने आता है.
कैसे पहचानें कि यह आयरन की कमी है?
1. अगर आप या कोई और बार-बार बर्फ चबाने की आदत में है, तो ये लक्षण भी देखें:
1. बार-बार थकान महसूस होना
2. पीली त्वचा
3. सांस लेने में तकलीफ
4. नाखूनों का भंगुर हो जाना
5. ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
बचाव और उपाय:
1. ब्लड टेस्ट कराएं: खासकर हीमोग्लोबिन और फेरिटिन लेवल की जांच ज़रूरी है.
2. आयरन से भरपूर आहार लें:
3. हरी पत्तेदार सब्जियां (जैसे पालक, मेथी)
4. अनार, चुकंदर, सेब
5. गुड़, किशमिश, खजूर
6. रेड मीट, अंडे (यदि आप मांसाहारी हैं)
7. विटामिन C का सेवन बढ़ाएं: यह आयरन के अवशोषण में मदद करता है.
8. आयरन सप्लीमेंट: डॉक्टर की सलाह से आयरन टैबलेट्स या सिरप लिया जा सकता है।
9. कारण की पहचान जरूरी: कुछ मामलों में पेट या आंतों की बीमारियां आयरन अवशोषण को प्रभावित कर सकती हैं.
निष्कर्ष:
अगर आपको बार-बार बर्फ चबाने का मन करता है, तो इसे हल्के में न लें. यह शरीर में आयरन की कमी का स्पष्ट संकेत हो सकता है और इसका समय पर इलाज जरूरी है.