
Omega 3 Deficiency: ओमेगा 3 फैटी एसिड पोलीसैचुरेटेड फैट है जिसका सीधा मतलब है कि यह फायदा वाला फैट है. ओमेगा 3 फैटी एसिड से सेल मैंब्रेन बनता है यानी हमारे शरीर की जो कोशिकाएं हैं उसकी दीवाल. इसी से समझा जा सकता है कि ओमेगा 3 फैटी एसिड हमारे शरीर के कतरे-कतरे में मौजूद होता है. इसके अलावा ओमेगा 3 फैटी एसिड का हाई लेवल सेल्स और ब्रेन में होता है, वहीं यह शरीर के कई अंगों को सीधा सपोर्ट करता है जिनमें हार्ट प्रमुख है. ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी के कारण शरीर में थकान, कमजोर, याददाश्त की दिक्कत, स्किन में ड्राईनेस, हार्ट प्रोब्लम, मूड स्विंग, डिप्रेशन जैसी समस्या बढ़ सकती है.
ओमेगा 3 फैटी एसिड का काम
ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रत्येक कोशिकाओं के मेंब्रेन का हिस्सा है. यह कोशिकाओं के बीच रिसेप्टर का काम करता है. ओमेगा 3 के कारण ही हार्मोन बनता है और यह खून को जमने से रोकता है. ओमेगा 3 फैटी एसिड से ब्रेन और हार्ट का फंक्शन ठीक रहता है. ओमेगा 3 के कारण है हार्ट की धमनियां और दीवाल को संकुचित होने में मदद मिलता है. इसके अलावा यह हार्ट के मसल्स में सूजन नहीं होने देता.
ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी हो जाए तो क्या होगा
1. बालों में परिवर्तन-हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक ओमेगा 3 फैटी एसिड बालों को मुलायम और चमकीला बनाता है. अगर इसकी कमी हो जाए तो सबसे पहला निशान बालों पर ही दिखता है. इससे आपके बाल हेल्दी नहीं रहेंगे जिससे चमकविहीन होने लगेंगे और टूटने लगेंगे या झड़ने लगेंगे.
2. स्किन में दिक्कत- अगर शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी हो जाए तो बालों के साथ-साथ स्किन पर इसका असर देखने को मिलता है. इससे स्किन में ड्राइनेस बढ़ने लगता है. स्किन इरीटेट करने लगता है. चेहरे पर कील-मुंहासे होने लगते हैं. वास्तव में ओमेगा 3 फैटी एसिड स्किन के टेक्सचर को सघन करता है या एक तरह से बांध कर रखता है. इसकी कमी से स्किन की मुलायमियत कम होने लगती है.
3. मूड में खराबी-चूंकि ओमेगा 3 फैटी एसिड का सीधा संबंध दिमाग से है. यह दिमाग की कोशिकाओं को हेल्दी रखता है. इसलिए ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी होने पर दिमागी कोशिकाएं कमजोर होने लगती है. इसस मूड में खराबी आती है यानी एंग्जाइटी, डिप्रेशन होने लगता है.
4. जोड़ों में दर्द-ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी से घुटनों और जोड़ों में दर्द होने लगता है. ओमेगा 3 फैटी एसिड जोड़ों के बीच में कार्टिलेज को सपोर्ट करता है. इसलिए जब ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी होने लगती है तो कार्टिलेज टूटने लगता है. इस कारण जोड़ों के नीचे सूजन होने लगती है.
5. थकान-ओमेगा 3 की कमी होने पर हमेशा थकान और कमजोरी होने लगती है. इस कारण रात में नींद आने में भी दिक्कत होने लगती है. शरीर में सनसनाहट होने लगता है. इस कारण ओमेगा 3 फैटी एसिड को जल्द पूरा करना जरूरी
ओमेगा 3 की कमी को कैसे पूरा करें
ओमेगा 3 की कमी को पूरा करने का सबसे बेस्ट तरीका है भोजन में तेल वाली मछलियों का सेवन बढ़ा दें जैसे कि सेलमन, टूना, सार्डिन आदि. वहीं अखरोट में अधिक मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड रहता है. इसके अलावा अलसी के बीज, चिया सिड्स, सोयाबीन, पालक और स्प्रॉउट का सेवन कर पूरा किया जा सकता है.