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5 Sudden Cholesterol Spike Reasons: कोलेस्ट्रॉल का नाम आप हमेशा सुनते ही होंगे. शरीर को कोशिकाओं की झिल्ली बनाने, विटामिन डी तैयार करने और अन्य कार्यों के लिए इसकी एक निश्चित मात्रा की जरूरत होती है. यानी इसका काम तो है हमारे शरीर में हार्मोन को बनाना लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा हो जाए तो हमारा दुश्मन बन जाता है. यह मोम जैसा चिपचिपा फैट है जो धीरे-धीरे धमनियों या खून की नलियों में चिपक कर खून जाने का रास्ता रोकने लगता है या नलियों को संकरी कर देता है. इससे अचानक हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. वैसे तो कोलेस्ट्रॉल को लिवर बनाता है लेकिन कुछ स्थितियां और लाइफस्टाइल में खराबी के कारण रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है. खून में कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. इससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार यदि कोलेस्ट्रॉल 200 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (mg/dL) से अधिक है तो उसे हाई माना जाता है.
इन स्थितियों में बढ़ जाता है कोलेस्ट्रॉल
1. बहुत अधिक कॉफी पीना– हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक कॉफी में मौजूद कैफीन के कारण यह अक्सर रक्तचाप को तेजी से बढ़ा देती है. इतना ही नहीं कॉफी रक्त में कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ा सकती है. 2023 के एक अध्ययन में यह देखा गया कि दिन में 4 कप कॉफी पीने से कुल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि हो सकती है. कुछ प्रकार की कॉफी कोलेस्ट्रॉल को अधिक तेजी से बढ़ा सकती हैं. 2018 के एक अध्ययन में पाया गया कि एस्प्रेसो बेस्ड ड्रिंक्स कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देती है.
2. मानसिक तनाव –तनाव और कोलेस्ट्रॉल का आपस में संबंध है. मानसिक तनाव एलडीएल और कुल कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकता है. दरअसल, तनाव के समय कोर्टिसोल हार्मोन तेजी से बढ़ जाता है. कोर्टिसोल का लेवल जैसे ही बढ़ता है कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ने लगता है. इसलिए तनाव को कम करना बहुत जरूरी है. तनाव को कम करने के लिए आप एक्सरसाइज, ध्यान और गहरी सांस लेने जैसी तनाव नियंत्रण की तकनीकों को अपना सकते हैं.
3. शराब-सिगरेट- सिगरेट पीना कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक और कारण हो सकता है. इसका कारण निकोटिन है, जो तंबाकू उत्पादों में पाया जाता है. निकोटिन रक्त में एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है, जिससे एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को साफ करने में मदद मिलती है. सिगरेट पीने से संबंधित कोलेस्ट्रॉल वृद्धि के खतरे को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है सिगरेट से बचना या इसे छोड़ देना. सिगरेट के साथ-साथ शराब का भी यही असर होता है.
4.दवाइयां-कुछ दवाएं शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकती हैं. इसमें कुछ प्रिस्क्रिप्शन दवाएं भी शामिल हैं.इन दवाओं से रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है क्योंकि ये लिपिड मेटाबोलिज्म को प्रभावित करती हैं. अगर ज्यादा वजन हो जाए तो भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा रहता है. यदि किसी दवा से कोलेस्ट्रॉल बढ़ रहा हो तो डॉक्टर से बात करें. डॉक्टर आपके जोखिम का मूल्यांकन कर जरूरत पड़ने पर दवा लेने की सलाह दे सकते हैं.
5.गर्भावस्था- प्रेग्नेंसी के दौरान खून में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 30 प्रतिशत से 40 प्रतिशत तक बढ़ जाना सामान्य है. इसका कारण यह है कि कोलेस्ट्रॉल भ्रूण के स्वस्थ विकास के लिए जरूरी होता है. एक अध्ययन के मुताबिक गर्भावस्था में उच्च कोलेस्ट्रॉल का संबंध एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन, प्लेसेंटल लैक्टोजेन और इंसुलिन रेसिस्टेंस के स्तर में वृद्धि से हो सकता है. हालांकि, गर्भावस्था में कोलेस्ट्रॉल जरूरत से ज्यादा भी बढ़ सकता है. इसे जेस्टेशनल हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया या मातृ हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया कहा जाता है. डॉक्टर इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आहार में बदलाव और लिपिड घटाने वाली दवाओं की सलाह दे सकते हैं.
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