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Uniform Civil Code: समान नागरिक संहिता (UCC) का मामला पीएम मोदी की तरफ से भी उठाने के बाद इस पर चर्चा अब तेज हो चुकी है। भाजपा के नेता लगातार इसके पक्ष में माहौल बनाने में लगे हुए हैं तो अन्य पार्टियों में भी इसे लेकर वार पलटवार हो रहा है। इस बीच सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने बताया कि क्यों भाजपा अचानक समान नागरिक संहिता पर जोर दे रही है। इटावा के जसवंत नगर में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में शिवपाल यादव ने कहा कि भाजपा की तरफ से सामान नागरिक संहिता का मुद्दा उछालना कोई बड़ी बात नहीं है।
शिवपाल ने कहा कि यह मुद्दा पूरी तरह से चुनावी एजेंडा है। भाजपा के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा इसलिए समान नागरिक संहिता के जरिए एक बार फिर से हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेल करके जनमानस को गुमराह करना चाहती है। लोगों से अपील की कि कोई गुमराह न हो। कहा कि इस मुद्दे से भी भाजपा किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होगी यह भरोसा है।
शिवपाल ने कहा कि जब जब चुनाव आता है तब तक अलगाव वाला कोई ना कोई मुद्दा भाजपा उछालती है। अब इस मुद्दे पर भाजपा को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। भाजपा ऐसे मुद्दे लाती रही है जो समाज और धर्म में वैमनस्यता फैलाए। कहा कि उत्तर प्रदेश और देश में भाजपा की सरकार ने जनता को परेशान कर दिया है। भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई से लोग परेशान हैं। इस पर बात नही करेंगे।
उन्होंने आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र शेखर पर पर कातिलाना हमले पर कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है आम आदमी तो दूर नेता भी नहीं बख्शे जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। योगी सरकार में अपराधियों के हौसले बड़े हुए हैं। सरकार झूठा ढिंढोरा कानून व्यवस्था का पीट रही है। जब थानों और पुलिस सुरक्षा में अदालतों में हत्याएं हो जाएं तो साफ है कि कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज प्रदेश में बची नहीं है।
सपा को गुंडों की पार्टी कहने वाले डिप्टी सीएम केशव मौर्य पर शिवपाल ने तंज करते हुए कहा कि वह बड़बोले नेता हैं। अमूमन इस तरीके का भाषण देते रहते हैं उनके भाषणों से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के बसपा सुप्रीमो मायावती को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाए जाने के सवाल पर शिवपाल पल्ला झाड़ते नजर आये।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पिछले दिनों इटावा में बसपा सुप्रीमो मायावती को विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की जोरदार वकालत करते हुए कहा था कि संपूर्ण विपक्ष को मायावती को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए अगर वाकई में भारतीय जनता पार्टी के मुकाबले विपक्ष को कामयाबी हासिल करनी है तो बिना मायावती के विपक्ष किसी भी सूरत में कामयाब नहीं हो सकता।