Home Health अधिक उम्र में मां बनने के लिए एग फ्रीज कराने के फायदे-नुकसान जान लें, डॉक्टर ने बताया कब करना चाहिए अवॉइड

अधिक उम्र में मां बनने के लिए एग फ्रीज कराने के फायदे-नुकसान जान लें, डॉक्टर ने बताया कब करना चाहिए अवॉइड

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अधिक उम्र में मां बनने के लिए एग फ्रीज कराने के फायदे-नुकसान जान लें, डॉक्टर ने बताया कब करना चाहिए अवॉइड

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हाइलाइट्स

कुछ मरीजों में एग फ्रीजिंग प्रक्रिया के दौरान पेट में हल्का दर्द या गड़बड़ी की शिकायत हो सकती है.
जीवनसाथी के ना होने पर अपने अंडों के साथ किसी डोनर के शुक्राणुओं को मिलाकर भी बच्चे को जन्म दिया जा सकता है.

Egg freezing: आजकल महिलाएं अपने करियर को अधिक तवज्जो देने लगी हैं. ऐसे में वे शादी के बाद जल्दी मां बनना नहीं चाहती हैं. बढ़ती उम्र में फर्टिलिटी को लेकर कोई समस्या ना हो, इसके लिए आजकल अधिकतर महिलाएं एग फ्रीजिंग टेक्नीक की मदद ले रही हैं. कई बार उम्र बढ़ने से महिलाओं की प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है. उम्र बढ़ने से अंडों की संख्या में भी कमी आने लगती है. इससे भविष्य में मां बनना मुश्किल हो जाता है. एग फ्रीजिंग के जरिए 20 से 30 वर्ष की उम्र में महिलाएं चाहें तो अपने अंडे को फ्रीज करा कर मां बनने का सपना अधिक उम्र में भी पूरा कर सकती हैं. लेकिन, एग फ्रीजिंग के जहां फायदे हैं तो इसके कुछ नकुसान भी हैं.

क्या हो सकते हैं एग फ्रीजिंग के नुकसान, जोखिम?
मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की मेडिकल डायरेक्टर व आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, कुछ मरीजों में इस प्रक्रिया के दौरान पेट में हल्का दर्द या गड़बड़ी की शिकायत हो सकती है. हार्मोनल इंजेक्शन के कारण सूजन और वजन बढ़ने जैसे शॉर्ट टर्म इफेक्ट भी देखे गए हैं, पर यह भी प्रक्रिया के 10 से 15 दिनों के भीतर दूर हो जाते हैं. चूंकि, यह प्रक्रिया नई है, इसलिए इससे जुड़े जोखिमों पर बहुत रिसर्च नहीं हुई है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो एग फ्रीजिंग से प्रेग्नेंसी में उतनी ही कॉम्प्लिकेशन आ सकती है, जितना की आईवीएफ की किसी भी अन्य तकनीक में. हालांकि, यह साफ नहीं है कि यह कॉम्प्लिकेशन प्रक्रिया की वजह से आती है या फिर आईवीएफ करवाने वाले कपल में खुद ही किसी तरह की कॉम्प्लिकेशन होती है. एग फ्रीजिंग के लिए एसपिरेटिंग नीडल का उपयोग करें. यह ब्लड वेसल्स, ब्लैडर आदि को डैमेज होने से बचाने के साथ ही ब्लीडिंग से भी बचाती है.

कुछ मामलों में इस प्रॉसेस में रिस्क ज्यादा हो सकता है. एग फ्रीजिंग प्रॉसेस के दौरान वाहिकाओं यानी वेसल्स और आसपास की संरचना में चोट लगने की संभावना भी हो सकती है, पर ऐसा सिर्फ 1 प्रतिशत रेयर मामलों में ही होता है. इसके अतिरिक्त, 2012 से 2016 के बीच प्रजनन संरक्षण के लिए गई महिलाओं पर हुए एक सर्वेक्षण में यह भी सामने आया कि कई महिलाएं प्रक्रिया की विफलता के कारण एंजाइटी और निराशा से घिर हुई पाई गई थीं. हालांकि, इस सब के लिए उनमें जानकारी का अभाव, कम एग फ्रीज करवाना और परिवार के भावनात्मक सपोर्ट की कमी भी देखी गई, इसलिए आपको यह भी जान लेना चाहिए कि यह प्रॉसेस भविष्य में फर्टिलिटी की गारंटी नहीं देता है.

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एग फ्रिजिंग के क्या फायदे होते हैं?
1. डॉ. शोभा गुप्ता आगे बताती हैं कि एग फ्रिजिंग के द्वारा आप किसी भी उम्र में मां बन सकती हैं.
2. अगर आपने अपने अंडे फ्रीज करा लिया है तो आपको इस बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं होगी कि आप भविष्य में मां बनेंगी या नहीं.
3. अगर आप अपने साथी के साथ अब नहीं हैं तो आप अपने अंडों के साथ किसी डोनर के शुक्राणुओं को मिलाकर भी बच्चे को जन्म दे सकती हैं.
4. इसका एक फायदा ये भी है कि शादी के बाद महिलाओं को अपने करियर पर फोकस करने का समय मिल जाता है.

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देश में बढ़ रही है एग फ्रीजिंग कराने की संख्या
चूंकि, इस प्रकिया को कराने के बाद युवतियों को अपने करियर की कुर्बानी देने की जरूरत नहीं होती है, इसलिए यही कारण है कि आज एग फ्रीजिंग एक बहुत ही लोकप्रिय प्रक्रिया बनती जा रही है. भारत में, इस प्रक्रिया का विकल्प चुनने वाली महिलाओं की संख्या में इजाफा हो रहा है. इसे लेकर जागरूकता में 60 फीसदी की बढ़त आई है. ज्यादातर महिलाएं, जो अपने अंडे फ्रीज करती हैं, उनकी उम्र 34 से 36 साल तक होती है. महिलाओ की ये पहल भारत में एग फ्रीजिंग को बढ़ावा देगी और हम जल्द ही इस मामले में अन्य देशों के बराबर होंगे.

Tags: Health, Lifestyle, Pregnant Women, Women Health

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