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Action on Power corporation employees: गोरखपुर में अपने अफसर से झगड़ा करना बिजली निगम के तीन कर्मचारियों पर भारी पड़ गया। तीनों का नगरीय वितरण मण्डल के एसई से विवाद हुआ था। पहली सितंबर 2022 को हुई इस घटना की जांच के बाद कमेटी की संस्तुति पर पावर कारपोरेशन के चेयरमैन ने तीनों टीजीटू कर्मचारियों अरुण कुमार गुप्ता, दयानंद और अशोक कुशवाहा की अब तक की सेवा को शून्य मानते हुए वर्तमान समय से नियुक्ति का निर्देश दिया है। अब इन तीनों कर्मचारियों के पास बोर्ड में अपील का ही विकल्प है। इतने सख्त ऐक्शन के बाद कर्मचारी हैरान हैं। पहली सितम्बर-22 को मजदूर पंचायत संगठन और अधीक्षण अभियंता (एसई) के बीच कुछ तकनीकी कर्मचारियों के स्थानांतरण को लेकर बैठक हुई थी।
संगठन के पदाधिकारियों ने तबादले के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। एसई ने सीएम का अनुमोदन जरूरी होने की बात कही तो कर्मचारी नेताओं ने उनके कक्ष के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी। आरोप-प्रत्यारोप के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई थी। घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। तत्कालीन चेयरमैन ने मामले की जांच कराई। चेयरमैन ने उनकी अभी तक की सेवा को शून्य करते हुए मूल वेतन पर पदावनति देने के निर्देश दिए हैं।
क्या बोले चीफ इंजीनियर
मुख्य अभियंता ई.आशू कालिया ने बताया कि एसई से दुर्व्यहार के मामले में चेयरमैन ने तीन तकनीकी कर्मचारियों के खिलाफ पदावनति की कार्रवाई के निर्देश दिए है। सभी को अवगत कराने की प्रक्रिया चल रही है। विभागाध्यक्ष निर्देश के मुताबिक कार्रवाई करेंगे।
चेयरमैन ने इनके खिलाफ की कार्रवाई
1- दयानंद, टीजीटू कर्मचारी
2- अरुण गुप्ता, टीजीटू कर्मचारी
3- अशोक कुशवाहा, टीजीटू कर्मचारी
(ये सभी कर्मचारी वर्ष 2013 से कार्यरत हैं)
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