
[ad_1]
हाइलाइट्स
सही केयर गिवर का चुनाकर आप चिंतामुक्त और गिल्ट से बच सकती हैं.
आप अपनी फीलिंग्स को स्वीकार करें और सकारात्मक पहलुओं पर सोचें.
5 Ways to Deal With Guilt Of Leaving Your Child: अगर आप वर्किंग वूमन हैं और अपने बच्चे को डे केयर या किसी रिश्तेदार, पड़ोसी के पास छोड़कर काम पर निकलती हैं तो आप ऐसा अकेले करने वाली महिला नहीं हैं. दरअसल, आजकल की रफ्तार भरी दुनिया में महिलाओं के लिए यह मजबूरी बन चुकी है. बच्चे, परिवार और खुद के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें अपने दिल पर पत्थर रखकर काम के लिए निकलना पड़ता है और खुद को बात-बात पर मोटिवेट करना पड़ता है. लेकिन, कई महिलाएं अपराधबोध में दब जाती हैं और बच्चे की सही परवरिश ना कर पाने के लिए खुद को जिम्मेदार मानती हैं. यह अपराधबोध महिलाओं को आगे नहीं बढ़ने देता और वे हर दिन गिल्ट के साथ घर से बाहर निकलती हैं.
केयर डॉट कॉम के मुताबिक, जब भी आप अपने बच्चे के लिए केयर गिवर चुनें तो कुछ सवालों का जवाब पहले ही ढूंढ लें. मसलन, आपका और केयर गिवर का पैरेंटिंग स्टाइल एक जैसा है या नहीं. क्या उन्हें फर्स्ट एड की जानकारी है, क्या वे वैक्सीनेटेड हैं, क्या वे बच्चे के रूटीन को सही तरह से पूरा करेंगे, क्या उनसे बातचीत करने में आप सहज होंगे आदि. जब आप सभी सवालों से संतुष्ट हो जाएं, तभी केयर गिवर को चुनें.
ये भी पढ़ें: परीक्षा से पहले ये एक्सरसाइज कर सकती हैं बच्चों का दिमाग तेज, नियमित कराएं प्रैक्टिस
घर से निकलने से पहले करें ये काम
बच्चे के साथ या जो इंसान आपके बच्चे की देखभाल कर रहा है उससे बात जरूर करें. बच्चs से उनके डेकेयर के बारे में कुछ सकारात्मक बातें करें, उनके दोस्तों के बारे में एक्साइटेड होकर पूछें. बेहतर होगा कि आप डेकेयर स्टाफ के साथ दोस्ती कर लें जिससे आप उनसे अपनी समस्या और फीलिंग को खुलकर बात कर पाएं और जरूरत होने पर मदद कर पाएं.
खुद की फीलिंग्स को समझें नॉर्मल
अगर आपको बच्चे के लिए एंग्जायटी या स्ट्रेस हो रहा है तो बेहतर होगा कि आप खुद की फीलिंग को स्वीकारें. खुद से बात करें और यह समझें कि हर मां को ऐसे मुश्किल दौड़ से गुजरना पड़ता है.
यह भी पढ़ें : परीक्षा में फेल हो गया है बच्चा? इस तरह बढ़ाएं उसका आत्मविश्वास
खुद से सकारात्मक बात करें
नकारात्मक सोच से आप परेशान ही होंगे. बेहतर होगा कि आप कुछ अच्छा सोचें. जैसे- आपका बच्चे सेफ हैंड में है, मैं अच्छा पेरेंट हूं, मुझे केवल खुद ही नहीं,सब का ख्याल रखना जरूरी है, आदि.
फायदे के बारे में सोचें
आप यह सोचें कि बच्चे और माता पिता के लिए यह क्यों फायदेमंद होगा. मसलन, बच्चा अपने माता पिता के बिना रहना सीखेगा, आप खुद के पैर पर खड़े हो पाएंगी, बच्चा बेहतर और मजेदार तरीके से समय गुजार पाएगा. यह सोचें कि बच्चे और आपके बीच एक तीसरा इंसान है जो एक दूसरे की मदद कर सकते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Lifestyle, Parenting, Parenting tips
FIRST PUBLISHED : January 21, 2023, 07:48 IST
[ad_2]
Source link