Home Life Style अपने बच्चों को बचपन से ही बुलीइंग कल्चर के खिलाफ ऐसे मजबूत करें

अपने बच्चों को बचपन से ही बुलीइंग कल्चर के खिलाफ ऐसे मजबूत करें

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अपने बच्चों को बचपन से ही बुलीइंग कल्चर के खिलाफ ऐसे मजबूत करें

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हाइलाइट्स

हर मां बाप अपने बच्चों को बुलीइंग के खिलाफ एजुकेट करें.
बच्चा बुलीइंग का शिकार हो रहा हो, उसका मनोबल बढ़ाएं.
बच्चा औरों को बुली करता हो,बच्चों को उसकी गलती का एहसास कराएं.

Save Your Kids from Bullying Culture: आज के वक्त में आपके बच्चो के लिए बाहरी दुनिया की समझ होना और उससे लड़ने के लिए तैयार रहना बहुत जरूरी है. जिस तरह से वक्त और लोगों की मानसिकता बदल रहे हैं, उसी तरह से समाज में सीधे सादे लोगों के लिए सरवाइव कर पाना मुश्किल हो रहा है. जब से स्कूल्स और कॉलेजेस में बुलीइंग कल्चर ने पैर जमाए हैं, तब से स्कूल और कॉलेज में जाने वाले बच्चों के लिए भी प्रॉब्लम्स बढ़ गए हैं. साधारण तौर पर लोग बुलीइंग पर बातचीत करने से कतराते हैं, मगर ये एक ऐसा सब्जेक्ट है, जिस पर आपको अपने बच्चों से समय समय पर बातचीत करते रहना चाहिए. जानिए कैसे आप अपने बच्चों को बुलीइंग कल्चर के खिलाफ मजबूत कर सकते हैं. ये ट्रिक्स आपके बच्चे को बुलीइंग कल्चर का हिस्सा बनने से बचाने में पूरी तरह कारगर है, पर उससे पहले जाने की बुलीइंग क्या है?

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बुलीइंग क्या है?
किड्स हेल्थ डॉट ओआरजी के मुताबिक स्कूल और कॉलेज में बच्चों के साथ हीनभावना के चलते होने वाले व्यवहार को बुलीइंग कहते हैं. इसमें किसी बच्चे को कभी सेक्सुअलिटी, तो कभी उसके रंग, रूप या आकार के अनुसार अलग-अलग नामों से चिढ़ाना, उन पर चुटकुले बनाकर उनका मजाक उड़ाना ही बुलीइंग कहलाता है. 

बुलीइंग के प्रभाव
बुलीइंग से काफी सतर्क रहने की जरूरत है. बुलीइंग से आपके बच्चे का आत्मविश्वास और मनोबल टूटता है, जिसकी वजह से बच्चा स्कूल जाने से भी डरता है. कई बार जो स्टूडेंट्स स्कूल में बुलीइंग का शिकार होते हैं वे अंदर से इतना टूट जाते हैं, कि वो खुद पर भरोसा करना भी छोड़ देते हैं और कई बार सुसाइडल तक भी हो जाते हैं.

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कैसे करें बुलीइंग कल्चर को बाय 
ये बहुत जरूरी है कि आप अपने बच्चों को पहले से ही बुलीइंग कल्चर के खिलाफ मजबूत करें. इस विषय पर अपने बच्चों से शुरुआत से ही बातचीत करें. ध्यान दे कहीं आपका बच्चा बुलीइंग  का शिकार तो नहीं हो रहा, अगर आपको ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो उसका मनोबल बढ़ाते हुए मोटिवेट करें. ऐसे बच्चे अक्सर स्कूल जाने से कतराते हैं, तो उनको स्कूल जाने के लिए फोर्स न करें और स्कूल के स्टाफ से भी इस संदर्भ में बात करें. इसके अलावा यह ध्यान देना भी जरूरी है कि कहीं आपका बच्चा किसी को बुली तो नही कर रहा. अगर आपको ऐसा कुछ भी पता लगता है, तो अपने बच्चे को इसके लिए समझाएं और दूसरो का सम्मान करना भी सिखाएं. 

Tags: Lifestyle, Parenting, Parenting tips

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