Home National ‘अब आपके पास सबूत… ‘ ममता बनर्जी ने अमर्त्य सेन को दिए जमीन के दस्तावेज, कहा- अब और अपमान नहीं सह सकती

‘अब आपके पास सबूत… ‘ ममता बनर्जी ने अमर्त्य सेन को दिए जमीन के दस्तावेज, कहा- अब और अपमान नहीं सह सकती

0
‘अब आपके पास सबूत… ‘ ममता बनर्जी ने अमर्त्य सेन को दिए जमीन के दस्तावेज, कहा- अब और अपमान नहीं सह सकती

[ad_1]

हाइलाइट्स

ममता बनर्जी ने अमर्त्य सेन से उनके घर जाकर मुलाकात की है.
ममता बनर्जी ने अमर्त्य सेन को उऩकी जमीन के दस्तावेज सौंपे हैं.
नोबेल पुरस्कार विजेता के लिए जेड प्लस सुरक्षा का भी आदेश दिया है.

कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन (Nobel Laureate Amartya Sen) से शांति निकेतन (Santiniketan) में उनके घर पर मुलाकात की. साथ ही उन्होंने प्रख्यात अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन (Economist Amartya Sen) को उनके जमीन के दस्तावेज भी सौंपे. जिसके लिए उन्हें विश्व भारती विश्वविद्यालय से कई नोटिस मिले हैं. इस दस्तावेज के बाद सेन अपनी जमीन के स्वामित्व को साबित कर सकते हैं.

NDTV के अनुसार सोमवार शाम को ममता बनर्जी द्वारा अमर्त्य सेन को दस्तावेज सौंपते और यह घोषणा करते देखा गया कि उनकी सरकार विश्व भारती विश्वविद्यालय के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी. विश्वविद्यालय ने 24 जनवरी को प्रसिद्ध अर्थशास्त्री को एक पत्र भेजा, जिसमें उनकी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाया गया था. इससे पहले भी विश्वविद्यालय द्वारा अमर्त्य सेन को इसी तरह के नोटिस भेजे गए थे.

पढ़ें- इस अर्थशास्त्री की सलाह को ‘आदेश’ की तरह लेती हैं ममता बनर्जी, जानें कौन हैं वह

ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं यहां ये जमीन के रिकॉर्ड देने आई हूं, क्योंकि मैं अमर्त्य सेन का यह अपमान अब और नहीं सह सकती. बहुत हो चुका है. वे जो कह रहे हैं वह पूरी तरह से गलत है.’ मुख्यमंत्री ने 89 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता के लिए जेड प्लस सुरक्षा का भी आदेश दिया है. उन्होंने अमर्त्य सेन से कहा, ‘अब वे आपसे सवाल नहीं कर सकते. यह साबित हो गया है कि यह आपकी जमीन है.’

” isDesktop=”true” id=”5306641″ >

यूनिवर्सिटी का दावा है कि अर्थशास्त्री के पिता आशुतोष सेन को 1.25 एकड़ का पट्टा दिया गया था. लेकिन उन्होंने 1.38 एकड़ जमीन पर कब्जा कर रखा था. विश्व भारती एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चांसलर के रूप में करते हैं. ममता बनर्जी सरकार ने कुलपति विद्युत चक्रवर्ती पर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के आदेशों पर काम करने और शांति निकेतन में रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय का भगवाकरण करने का आरोप लगाया है. कुलपति ने अमर्त्य सेन को नोबेल पुरस्कार दिए जाने पर सवाल उठाते हुए टिप्पणी भी की है.

Tags: Amartya Sen, Mamta Banarjee, West bengal

[ad_2]

Source link