‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में समर्थकों की इस हरकत से पुलिस भी दंग रह गई है। खूफिया एजेंसी से मिले टिप के बाद पुलिस ने यूपी और हिमाचल प्रदेश बॉर्डर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर अलर्ट जारी कर चुकी है। हालांकि, पिछले कई दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद भी पुलिस के हाथ सफलता नहीं लगी है।
सभी आने-जाने वाली यात्रियों की गाड़ियों की गहनता से जांच की जा रही है। खूफिया एजेंसी से मिले टिप है कि भगोड़ा अमृतपाल उत्तराखंड होते हेए नेपाल भाग सकता है। सूत्रों से मिली टिप के बाद पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। उत्तराखंड के नेपाल बॉर्डर पर उत्तराखंड पुलिस, और एसएसबी के जवान रात-दिन गश्त करने में जुटे हए हैं।
अमृतपाल के समर्थन में पोस्टर छापने के बाद पुलिस हाई अलर्ट पर आ गई है। संदिग्धों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। फ्लेक्सी और पोस्टर छापने वाले दो प्रिंटिंग प्रेस के संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने 12 पोस्टर और 10 फ्लेक्सी को बरामद कर कब्जे में ले लिया।
वहीं पोस्टर चिपकाने में मददगार रहे 11 किशोरों से पूछताछ के बाद उन्हें सख्त चेतावनी देते हुए परिजनों को सौंप दिया। पुलिस जनमानस से अपील भी कर रही है कि अमृतपाल को समर्थन देने की बजाय अगर उनके पास भगोड़े और उसके साथियों से जुड़ी कोई भी खबर है तो पुलिस से साझा करें। विश्वास दिलाया कि गुप्त सूचना देने वाले जिम्मेदार नागरिकों की पहचान पूरी तरह से गुप्त रखी जाएगी।
प्रभारी निरीक्षक नवाब सिंह ने बताया कि गांव रतनपुरा निवासी विचित्र सिंह की नगर में दशमेश प्रिंटिंग प्रेस है, जबकि थाना खजुरिया क्षेत्र के गांव गोधी निवासी मुजाहिद की कशिश प्रिंटिंग प्रेस है। जांच-पड़ताल में पाया गया कि अमृतपाल की सभा के लिए फ्लेक्सी और पोस्टर इन्हीं दोनों प्रिंटिंग प्रेस में छपे थे। दोनों पर केस किया है।
चम्पावत सीमा पर चल रही कॉम्बिंग
पंजाब से फरार खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया अमृतपाल की खोज में सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं। चार टीमें सीमावर्ती इलाके में कॉम्बिंग कर रही हैं। सीमा पर भारत और नेपाल के नागरिकों की गहनता से जांच की जा रही है। पंजाब से फरार चल रहे ‘वारिस पंजाब दे’ के अमृतपाल सिंह की तलाश में भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट जारी किया गया है।
नेपाल ने निगरानी सूची में डाला
भारत सरकार के अनुरोध पर नेपाल ने अमृतपाल सिंह को निगरानी सूची में डाल दिया है। अधिकारियों ने बताया कि आव्रजन विभाग ने भारत सरकार के अनुरोध पर अमृतपाल को अपनी निगरानी सूची में रखा है।
अमृतपाल को लेकर झोंकी पूरी ताकत
वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल को लेकर जिला पुलिस पूरी तरह अलर्ट है। अमृतपाल की फरारी और जी-20 सम्मेलन के लिए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस ने बॉर्डर से लेकर शहरभर में चेकिंग और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिस द्वारा संदिग्धों पर विशेषतौर से नजर रखी जा रही है।
पुलिस की आईटी सेल द्वारा सोशल मीडिया एकाउंट्स को भी बारीकियों से खंगाला जा रहा है। फेसबुक आदि सोशल मीडिया एकाउंट पर अमृतपाल के समर्थन में पोस्ट को लाइक, और शेयर करने वाले संदिग्धों पर कड़ी नजर भी रखी जा रही है। ऐसे संदिग्ध लोगों का डोजिएर बनाकर पुलिस उनसे गहना से पूछताछ भी कर रही है।