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Ramlala’s idol selected: अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे भव्य राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामलला की तीन मूर्तियों में से एक का चुनाव गुप्त मतदान के जरिए किया गया। यह गुप्त मतदान 29 दिसंबर को हुआ था। चुनी गई मूर्ति 17 जनवरी को नगर यात्रा के दौरान जनता के सामने प्रकट की जाएगी। तब तक मूर्ति की कोई फोटो या वीडियो जारी नहीं किया जाएगा। हालांकि नगर यात्रा के दौरान भी मूर्ति की आंखों पर पट्टी बंधी रहेगी। रामलला अभिषेक समारोह 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे शुरू होगा। राम मंदिर का निर्माण करा रही संस्था श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने सोमवार को अभिषेक समारोह के समय की जानकारी दी। चंपत राय ने कहा, ‘प्राण-प्रतिष्ठा के बाद आरती करो, पास-पड़ोस के बाजारों में, मुहल्लों में भगवान का प्रसाद वितरण करो और सूर्यास्त के पश्चात दीपक जलाओ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देश के कोने-कोने से अयोध्या आने की तैयारी कर रहे लोगों से यहां आने की बजाए अपने घर पर ही रहकर दिवाली मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सुविधा और व्यवस्था के लिहाज से 22 जनवरी की बजाए उसके बाद योजना बनाकर अयोध्या आएं।
रामलला की मूर्ति के चयन सूचना अभी अधिकारिक रूप से सार्वजनिक नहीं की गई लेकिन अलग-अलग माध्यमों से इसकी जानकारी मिल रही है। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को बताया कि कर्नाटक के शिल्पकार द्वारा तैयार मूर्ति को मंदिर में जगह मिलेगी। जोशी ने जानकारी दी है कि कर्नाटक के अरुण योगीराज की मूर्ति को राम मंदिर में विराजमान किया जाएगा। उन्होंने लिखा, ‘जहां राम हैं, वहां हनुमान हैं। अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मूर्ति का चुनाव कर लिया गया है। हमारे देश के मशहूर शिल्पकार हमारे अरुण योगीराज की तरफ से बनाई मूर्ति को अयोध्या में विराजमान किया जाएगा।’ केंद्रीय मंत्री ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ‘ ‘यह राम और हनुमान के अटूट रिश्ते का एक और उदाहरण है…।’ उन्होंने योगीराज और रामलला की मूर्ति की तस्वीर भी साझा की है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा निर्मित रामलला की मूर्ति अयोध्या में भव्य राम मंदिर की शोभा बढ़ाएगी। हालांकि, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने कहा कि तीनों मूर्तियां में से रामलला के किस मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है, इस पर फैसला होना है। एक्स पर येदियुरप्पा ने लिखा, मैसूर के मूर्तिकार द्वारा बनाई गई भगवान राम की मूर्ति को श्रीराम मंदिर में स्थापना के लिए चुना गया है। हार्दिक बधाई।
उधर, योगीराज ने कहा कि उन्हें अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। हालांकि, वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने एक्स पर संदेश पोस्ट किया है, जिससे उन्हें विश्वास हो गया कि उनके काम को स्वीकार कर लिया गया है। योगीराज ने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं देश के उन तीन मूर्तिकारों में शामिल था, जिन्हें रामलला की मूर्ति तराशने के लिए चुना गया था। मेरे लिए चुनौती आसान नहीं थी। मूर्ति एक बच्चे की होनी चाहिए, जो दिव्य भी हो। क्योंकि यह भगवान के अवतार की मूर्ति है। जो लोग मूर्ति को देखते हैं उन्हें दिव्यता का एहसास होना चाहिए। येदियुरप्पा के बेटे और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने भी राज्य और मैसूर को गौरवान्वित करने के लिए योगीराज की सराहना की। विजयेंद्र ने कहा, यह मैसूर का गौरव है, कर्नाटक का गौरव है कि अद्वितीय मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई रामलला की मूर्ति 22 जनवरी को अयोध्या में स्थापित की जाएगी।