Tuesday, September 3, 2024
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अयोध्या में मकर संक्रांति पर रामलला के दर्शन करेंगे यूपी कांग्रेसी, हर जिले से आएंगे नेता


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अयोध्या मुद्दे पर यूपी कांग्रेस ने अपनी रणनीति बदली है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से इनकार करने के बाद अब कांग्रेस नेता 15 जनवरी को अयोध्या में रामलला के दर्शन करेंगे। मकर सक्रांति पर प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत वरिष्ठ नेता अयोध्या जाएंगे। सरयू में स्नान के बाद रामलला और हनुमान गढ़ी में दर्शन करेंगे। सबके राम को लेकर कांग्रेस नेताओं ने हर जिले से पार्टी के नेताओं को अयोध्या पहुंचने का संदेश दिया है।

अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले कांग्रेस में भी सियासी हलचल करवट लेनी लगी है। मेरठ में कांग्रेस की पहली जोनल मीटिंग में अयोध्या मुद्दे पर बेबाकी से राय रखी गई। विभिन्न जिलों से पहुंचे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा पर मिले निमंत्रण को कांग्रेस नेतृत्व ने अस्वीकार कर दिया है। इस कार्यक्रम को संघ और भाजपा ने सियासी बना दिया है।

नेताओं ने प्रदेश प्रभारी से कहा कि सच है कि मंदिर में मूर्तियां पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने रखवाई और ताले स्व.प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने खुलवाए। अब भाजपा इसका श्रेय लेने के साथ ही पार्टी को मंदिर विरोधी करार देने में कोर कसर नहीं छोड़ रही। इस बैठक में अयोध्या मुद्दे पर कांग्रेस ने नया स्टैंड लिया है। 

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अंशू अवस्थी का कहना है कि 15 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर कांग्रेस नेता अयोध्या में भगवान रामलला के दर्शन करेंगे। प्रदेश के नेता सोमवार को अयोध्या पहुंचेंगे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में पूरे प्रदेश से कांग्रेस नेता अयोध्या में राम लला और हनुमान गढ़ी में भगवान के दर्शन करेंगे। कांग्रेसी पहले सरयू नदी में स्नान करेंगे और उसके बाद भगवान रामलला के मंदिर पहुंचकर दर्शन और पूजन करेंगे। हनुमानगढ़ी में हनुमान जी के भी दर्शन करेंगे।

प्रदेश प्रवक्ता का कहना है कि भगवान राम में सभी की आस्था है, जबकि 22 जनवरी का कार्यक्रम भाजपा द्वारा आयोजित है। निशाना साधा कि भाजपा केवल निमंत्रण पत्र के नाम पर राजनीति कर रही है। सनातन धर्म के प्रमुख चारों शंकराचार्य इतने विशाल कार्यक्रम में इसीलिए नहीं आ रहे हैं क्योंकि भाजपा ने पूरे कार्यक्रम को राजनीतिक बना दिया है। मंदिर में पूजन और मूर्ति स्थापना का अधिकार साधु संतो को है न कि राजनैतिक लोगों को। भाजपा धर्म को भी अपने अनुसार चलाने के लिए उस पर कब्जा करना चाहती है। यह पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है।

कांग्रेस में उठी मांग, राम लला प्राण प्रतिष्ठा को कांग्रेसी उत्सव की तरह मनाएं

मेरठ में प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष से मिले मुरादाबाद के स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को उत्सव की तरह मनाने की मांग की। कहा कि भले ही शीर्ष नेतृत्व ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है, लेकिन जब पार्टी पदाधिकारी 15 जनवरी को राम लला के दर्शन करने पहुंच रहे हैं, तो इसे औपचारिकता तक सीमित न रखा जाए। भगवान राम में सभी की आस्था है। भाजपा के लिये भले ही राजनीतिक मुद्दा हो पर कांग्रेस के लिये नेहरू और राजीव की आस्था से जुड़ा है।

मुरादाबाद के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुधीर पाठक ने प्रदेश पदाधिकारियों को पत्र देते हुए मांग रखी कि 22 जनवरी को अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे आदि न जाएं, लेकिन पार्टी कार्यकर्ता उस दिन पूरे देश में राम मंदिर के निर्माण को उत्सव की तरह मनाएं। जिला और शहर इकाइयां मंदिर निर्माण के स्वागत को खुले रूप से किसी बड़े उत्सव की तरह मनाएं। इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा।



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