Home Health अर्थराइटिस में टमाटर का जूस फायदेमंद या नुकसानदेह, रिसर्च में सामने आई सच्चाई, यूरिक एसिड पर रहेगा काबू

अर्थराइटिस में टमाटर का जूस फायदेमंद या नुकसानदेह, रिसर्च में सामने आई सच्चाई, यूरिक एसिड पर रहेगा काबू

0


हाइलाइट्स

टमाटर में मौजूद तत्व कुछ लोगों में गठिया की परेशानी को और अधिक बढ़ा देता है.
खून में सीरम यूरिक एसिड का अधिकांश हिस्सा व्यक्ति के शरीर के अंदर ही बनता है.

Tomatoes Effects on Uric Acid: जब हम भोजन करते हैं तो उससे शरीर अवशोषित कर एनर्जी में बदल देता है. कुछ खाद्य पदार्थ में मौजूद प्रोटीन के टूटने से प्यूरिन का निर्माण होता है. यह प्यूरिन जब टूटता है तो यूरिक एसिड बनता है. ज्यादातर यूरिक एसिड किडनी से होते हुए पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाता है. लेकिन जब जरूरत से ज्यादा प्यूरिन शरीर में बनने लगे तो यह जोड़ों के पास जाकर जमा होने लगता है. इससे कई तरह की परेशानियां बढ़ जाती है. शरीर में ज्यादा यूरिक एसिड होने से अर्थराइटिस यानी गठिा की बीमारी होती है. इससे जोडो़ं में बेपनाह दर्द होने लगता है. शरीर में यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है.

कुछ ऐसे फूड हैं जिनके कारण यूरिक एसिड ज्यादा बनता है जबकि कुछ फूड शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा पर लगाम लगाते हैं. खाने-पीने की कई चीजों को लेकर हमेशा विवाद रहता है. कुछ लोगों का कहना है कि टमाटर गठिया यानी अर्थराइटिस की बीमारी में बहुत कारगर है. यह सूजन को घटाता है जबकि कुछ लोगों का कहना है कि टमाटर यूरिक एसिड को बढ़ा देता है.

इसे भी पढ़ें- 5 चीजें यूरिक एसिड स्पाइक का चढ़ा देती हैं पारा, किडनी का भी हो जाता है बुरा हाल, बनाती हैं गंदगियां

क्या कहती है रिसर्च
हेल्थलाइन  की खबर के मुताबिक कुछ ऐसी रिपोर्ट हैं जिनके आधार पर कहा जा सकता है कि टमाटर में मौजूद तत्व गठिया की परेशानी को और अधिक बढ़ा देता है. एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने टमाटर का अत्यधिक सेवन किया, उनमें यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ गई. इससे गठिया का दर्द भी बढ़ गया. लेकिन यह बात सभी लोगों पर लागू नहीं होती. इसके लिए जीन और इंसान की हेल्थ बहुत बड़ी भूमिका निभाती है. इसलिए टमाटर खाने के बाद सभी व्यक्तियों में यूरिक एसिड बढ़ जाए, यह संभव नहीं है. इसका मतलब यह हुआ कि टमाटर खाने के बाद कुछ व्यक्तियों में यूरिक एसिड बढ़ जाता है जबकि कुछ में नहीं बढ़ता है.

कैसे समझे कि टमाटर से यूरिक एसिड बढ़ता है
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब टमाटर खाने से किसी व्यक्ति में यूरिक एसिड बढ़ जाता है जबकि किसी व्यक्ति में नहीं बढ़ता है, तो यह कैसे तय करें कि किसको टमाटर खाना चाहिए और किसको नहीं. इसका सामान्य हल यही है कि 15 दिनों तक आप इस बात की जांच करें कि आपका यूरिक एसिड बढ़ता या नहीं और बढ़ता है तो कितना बढ़ता है. आप कुछ सप्ताह तक डाइट में टमाटर को शामिल न करें और यूरिक एसिड का टेस्ट करवाएं. इसके बाद टमाटर खाने के कुछ सप्ताह बाद भी टेस्ट कराएं और फिर जांच करें. फिर दोनों की तुलना करें. इससे साफ पता चल जाएगा कि टमाटर खाने से यूरिक एसिड बढ़ा या नहीं.

खाने-पीने से कम बनता है प्यूरिन
एक रिसर्च में पाया गया कि व्यक्ति के खून में सीरम यूरिक एसिड का अधिकांश हिस्सा व्यक्ति के शरीर के अंदर ही बनता है. जबकि खाने-पीने से सीरम यूरिक एसिड की बहुत कम ही मात्रा बढ़ती है. अध्ययन के मुताबिक शरीर के अंदरुनी प्रक्रियाओं से रोजना 500 से 600 मिलीग्राम यूरिक एसिड बनता है जबकि भोजन से 100 से 200 मिलीग्राम यूरिक एसिड बनता है. वह भी प्यूरिन वाले खाद्य पदार्थों के खाने के बाद. हालांकि अगर प्यूरिन बनाने वाले फूड को न खाया जाए तो शरीर में यूरिक एसिड की बढ़ी हुई मात्रा को कंट्रोल किया जा सकता है. इसलिए गठिया बीमारी से पीड़ित मरीजों को कुछ फूड खाने के लिए मना किया जाता है.

इसे भी पढ़ें-इन 5 फूड में घातक स्तर तक होता है अमोनिया, लिवर, किडनी ब्रेन पर करता है असर, भूलकर भी न करें ज्यादा सेवन

इसे भी पढ़ें- कितना होना चाहिए नॉर्मल ब्लड शुगर? कब समझें कि हो गया डायबिटीज का हमाल, एक ही चार्ट में समझ जाइए पूरी बात 

इसे भी पढ़ें-शरीर में यूरिक एसिड मचाने लगी है खलबली? इस हरी पत्ती का जूस कर देगा काम तमाम, एम्स की रिसर्च में भी हुआ साबित

Tags: Health, Health tips, Lifestyle



Source link