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पीयूष पाठक/अलवर. वैसे तो अलवर शहर और जिले भर में स्वाद के दीवानों की कोई कमी नहीं है. स्वाद के दीवाने अलवर शहर में कोई ना कोई अपना नया ठिकाना आखिर ढूंढ ही लेते हैं. इन दिनों अलवर शहर में बजाजा स्थित एक दुकान रबड़ी के दीवानों का नया अड्डा बना हुआ है. यहां पर त्रिपोलिया शिव मंदिर में आने वाले भक्त स्पेशल लच्छेदार रबड़ी का लुत्फ उठाते हैं. यहां की रबड़ी के स्वाद की बात की जाए तो अगर कोई व्यक्ति इसके स्वाद को एक बार चख लेता है तो वह बार-बार यहां आ जाता है. दुकानदार विष्णु बताते हैं कि त्रिपोलिया मंदिर आने वाले भक्त यहा रुक कर मटका कुल्फी, रबड़ी और फलूदा की डिमांड करते हैं.
शहर के बजाजा बाजार स्थित गणपति आइसक्रीम के मालिक विष्णु ने कहा, ‘हमारी यह दुकान करीब 15 सालों से संचालित हो रही है. यहां पर हमारी स्पेशलिटी लच्छेदार रबड़ी व रबड़ी फालूदा है. जिसे किसी कारीगरों द्वारा नहीं, बल्कि हमारे खुद के द्वारा ही तैयार किया जाता है. लोगों को यह काफी पसंद आ रही है. विष्णु ने बताया 5 किलो दूध के धान में रबड़ी बनाते हैं. इसमें मलाई हटाकर चीनी व स्पेशल इलायची पाउडर डाला जाता है. इसको और अच्छा बनाने के लिए इसमें ड्राई फ्रूट्स डाले जाते हैं. हमारे यहां की प्रसिद्ध मटका कुल्फी भी डिमांड में रहती है. करीब 7 बजे बाद त्रिपोलिया शिव मंदिर में आने वाले भक्तों की बैठक की भी यह एक जगह बन गई है.
शुद्ध दूध से आता है अलग स्वाद
विष्णु ने बताया कि वैसे तो रबड़ी अलवर में बहुत जगह मिलती है. लेकिन हमारे यहां की खासियत यह है कि हम कारीगरों द्वारा नहीं बल्कि खुद ही अपने हाथ से रबड़ी को तैयार करते हैं. मटका कुल्फी को स्पेशल बनाने के लिए ज्यादा मावा डाला जाता है. जिससे लोगों को य़ह अच्छी लगे. अच्छी क्वालिटी का दूध लेने से रबड़ी के स्वाद में भी चार चांद लग जाते हैं. हमारी दुकान पर त्रिपोलिया मंदिर में आने भक्तों के अलावा शहर के कोने-कोने से लोग रबड़ी फालूदा व मटका कुल्फी खाने के लिए आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 23, 2023, 12:44 IST
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