उत्तरी गाजा में इजरायली सेना हमास आतंकियों का सफाया करने के करीब है। पूरा का पूरा गाजा शहर इजरायली सेना से घिर चुका है। मगर कई ठिकानों पर हमास आतंकी अब भी भूमिगत सुरंगों में अस्पतालों और नागरिक अड्डों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें से गाजा का अल-शिफा अस्पताल एक है। अल-शिफा अस्पताल को पिछले 3 दिनों से इजरायली सेना के टैंकों ने घेर रखा है। अस्पताल परिसर और आसपास इजरायली सेना भीषण बमबारी और जमीनी सैन्य अभियान चला रही है। इसमें दर्जनों आतंकी मारे गए हैं। अल-शिफा अस्पताल को धीरे-धीरे खाली कराया जा रहा है। अस्पताल के बेसमेंट में आतंकियों के छुपे होने की खबर है। ऐसे में इजरायली सेना ने हमास आतंकियों को सरेंडर कर देने के लिए कहा है। मगर हमास आतंकी अस्पताल के नीचे से ही इजरायली सेना पर जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। मरीजों की मौजदूगी अस्पताल में सैन्य अभियान चलाने में बाधा बन रही है।
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आइडीएफ ) खुफिया सूचना और परिचालन आवश्यकता के आधार पर शिफा अस्पताल में एक निर्दिष्ट क्षेत्र में हमास के खिलाफ एक सटीक और लक्षित अभियान चला रहा है। आइडीएफ हमास को हराने और बंधकों को छुड़ाने के लिए गाजा में जमीनी अभियान चला रहा है। इजरायली सेना ने फिर साफ किया है कि वह गाजा में हमास आतंकियों के खिलाफ युद्ध में है, नागरिकों के साथ नहीं। आइडीएफ बलों में चिकित्सा दल और अरबी भाषी शामिल हैं, जिन्होंने इस जटिल और संवेदनशील वातावरण के लिए तैयारी करने के लिए निर्दिष्ट प्रशिक्षण प्राप्त किया है। ताकि हमास द्वारा मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे नागरिकों को कोई नुकसान न हो। साथ ही हमास आतंकियों का सफाया भी हो जाए।
सरेंडर नहीं किया तो मारे जाएंगे सभी आतंकी
आइडीएफ ने सार्वजनिक रूप से करीब एक हफ्ते से बार-बार चेतावनी दी है कि हमास आतंकियों द्वारा शिफा अस्पताल का निरंतर सैन्य उपयोग किया जा रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत इसकी संरक्षित स्थिति को खतरे में डालता है और अस्पताल के इस गैरकानूनी दुरुपयोग को रोकने के लिए पर्याप्त समय दिया जा चुका है। मंगलवार को आइडीएफ ने गाजा में संबंधित अधिकारियों को एक बार फिर बताया कि अस्पताल के भीतर आतंकियों की सभी सैन्य गतिविधियां 12 घंटे के भीतर बंद होनी चाहिए। मगर दुर्भाग्य से, उन्होंने ऐसा नहीं किया। अभी भी हमास आतंकियों की गतिविधियां जारी हैं। आइडीएफ ने अस्पताल को व्यापक पैमाने पर खाली कराने में भी मदद की है और चिकित्सा अधिकारियों के साथ नियमित संवाद बनाए रखा है। इसके साथ ही इजरायली सेना ने अस्पताल में मौजूद सभी हमास आतंकवादियों से पुनः आत्मसमर्पण करने का आह्वान किया है।