Wednesday, April 16, 2025
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आंसू गैस के गोले और पैलेट गन, किसान नेताओं ने दिखाए जख्म; बोले- दिल्ली कूच पर अभी भी कायम


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Farmers Protest: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की मौजूदगी में किसान संगठनों और केंद्र सरकार के मंत्रियों पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद के बीच तीसरे दौर की वार्ता गुरुवार को चंडीगढ़ के सैक्टर-26 स्थित मगसीपा परिसर में देर रात 1:30 बजे तक चली। बैठक में सकारात्मक माहौल नजर आया। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, नित्यानंद राय, अर्जुन मुंडा और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जब मीडिया से रूबरू हुए तो उनके चेहरे के भाव बता रहे थे कि मसले के हल के लिए बातचीत सही दिशा में जा रही है। वहीं, किसान नेताओं ने मीडिया को बताया कि संतोषजनक चर्चा रही है। हालांकि किसानों पर बल प्रयोग की उन्होंने कड़ी निंदा की और इसे असहनीय बताते हुए नाराजगी जाहिर की। 

किसान नेताओं, संगठनों और समर्थकों के सोशल मीडिया अकाऊंट्स बंद करने पर भी आपत्ति जताई। किसान नेताओं सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा एमएसपी समेत सभी मुद्दों पर पॉजिटिव चर्चा हुई है। नतीजा भी निकलेगा। हमें सुखद हल की उम्मीद है। हमारा दिल्ली कूच अभी भी कायम है, लेकिन हम टकराव नहीं चाहते हैं। किसानों पर बल प्रयोग बंद होना चाहिए क्योंकि हम शांतिपूर्ण अपनी मांगें रख रहे हैं। 

बैठक शुरू होते ही किसान नेताओं ने केंद्रीय मंत्रियों के समक्ष दोहरी नीतियों को लेकर नाराजगी जताई। किसान नेताओं सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने घायल किसानों की तस्वीरें और आंसू गैस के खाली गोले दिखाते हुए कहा कि एक तरफ सरकार वार्ता के लिए बुलाती है और दूसरी तरफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर अनावश्यक बल प्रयोग करके उन्हें घायल किया जा रहा है। किसानों, नेताओं और संगठनों के सोशल मीडिया अकाऊंट्स बंद करवाए जा रहे हैं। किसान नेताओं ने कहा कि ऐसा करके सरकार बातचीत के माहौल को बिगाड़ने का काम कर रही है। 

ड्रोन से हमला और इंटरनेट बैन करना गलत: भगवंत मान

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि  पिछले कुछ दिनों में घटी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण थीं और इनको टाला जा सकता था। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी किसानों पर हमला करने के लिए ड्रोन का प्रयोग असहनीय है। राज्य सरकार पहले ही इसका विरोध कर चुकी है। पटियाला के डिप्टी कमिश्नर ने अम्बाला के डिप्टी कमिश्नर के समक्ष यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब को भारत से अलग करने के लिए हरियाणा के साथ लगती राज्य की सरहदों पर कंटीली तारें लगाई गई हैं। यह जायज नहीं है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के तीन जिलों में इन्टरनेट सेवाएं निरस्त कर दी गई हैं, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इन दिनों परीक्षाएं चल रही हैं और ऑनलाइन पढ़ाई की जा रही है। ऐसे समय में इंटरनेट सेवाओं को निरस्त करना गलत है। 

रिपोर्ट: मोनी देवी



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