हॉट फ्लैशेस हॉर्मोन असंतुलित होने की वजह से होता है। जिसकी वजह से शरीर में गर्माहट और बैचेनी-सी महसूस होने लगती है। ये समस्या महिलाओं को मेनोपॉज के बाद महसूस होती है क्योंकि मेनोपॉज के बाद शरीर में मौजूद सेक्स हार्मोन्स जैसे एस्ट्रोजन हार्मोन्स का असंतुलन होने लगता है। ये दिक्कत पुरुषों को भी हो सकती है, दरअसल एक उम्र के बाद टेस्टास्टरोन हार्मोन्स का लेवल कम होने की वजह से ऐसा होता है।
हॉट फ्लैशेज के लक्षण (Hot Flashes Symptoms)
– अचानक से तेज गर्मी महसूस होना शामिल है।
– शरीर के ऊपरी भाग में ज्यादा पसीना आना।
– चेहरे, गर्दन, कान, छाती और अन्य भागों में ज्यादा गर्मी लगना।
– उंगलियों में झनझनाहट होना।
– हार्ट बीट सामान्य से अधिक होना।
हॉट फ्लैशेज की समस्या से कैसे करें बचाव (Hot Flashes Prevention)
हॉट फ्लैशेज में सुधार के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करने की कोशिश करें। अगर हॉट फ्लैश के कारण आपको रात में जागना पड़ता है, तो अपने कमरे का तापमान कम करें और सोने से पहले थोड़ी मात्रा में ठंडा पानी पीएं
– हल्के कपड़े पहनने की कोशिश करें।
– हॉट फ्लैशेज से बचाव के लिए एक पोर्टेबल पंखा साथ रखें।
– शराब, मसालेदार खाने और कैफीन से बचें।
– अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे अवॉइड करें।
– हेल्दी वजन बनाए रखने की कोशिश करें।
– माइंडफुलनेस मेडिटेशन की प्रेक्टिस करें।
हॉट फ्लैशेज से राहत पाने के घरेलू उपाय (Home Remedies For Hot Flashes)
– एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को एक गिलास पानी में मिलाकर रोज 1-2 बार लें। इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो स्ट्रेस या तनाव को कम करने में मदद करता है।
– एक कप पानी में छिली हुई अदरक को 5 मिनट तक उबाल लें, फिर ठंडा होने के बाद थोड़ा शहद मिलाकर रोज दो से तीन बार लें। अदरक में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते है, जो मानसिक तनाव को कम करने के साथ शरीर के हार्मोन्स को भी संतुलित करती हैं।
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