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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान एक बार फिर अपने पुराने तेवर में नजर आ रहे हैं। उनकी तबीयत बिल्कुल ठीक होने की रिपोर्ट भी कोर्ट को दी गई है। उनके बयानों और भाषणों फिर चर्चा होने लगी है। वह भले ही अब चुनावी राजनीति से दूर हो गए हैं। न चुनाव लड़ सकते हैं न वोट दे सकते हैं। लेकिन स्वार विधानसभा के उपचुनाव को लेकर ताबड़तोड़ सभाएं कर रहे हैं। इस दौरान अपने पुराने तेवर और पुरानी बातों की भी याद दिला रहे हैं। मुलायम सिंह से जुड़े ऐसे ही एक किस्से की उन्होंने याद दिलाई है। उन्होंने लोगों को बताया कि किस तरह ऊर्दू शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर मुलायम सरकार गिराने की धमकी तक दे डाली थी।
आजम खान ने रामपुर स्थित शुतरखाने पर आयोजित सपा प्रत्याशी फात्मा ज़बी के लिए चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए बताया कि मुलायम सिंह यादव की सरकार में उर्दू जानने वालों को सरकारी टीचर बनाने की बात रखने को मैंने कहा था। एक रात बड़े अफसरान जिसमें चीफ सेक्रेटरी जावेद उस्मानी हुआ करते थे वो भी हमारे दफ्तर आए। 7 या 8 घंटे तक मीटिंग चली और तय हुआ कि ये नहीं किया जा सकता।
इससे मुझे गुस्सा आया और मैंने अदब से सबको प्लीज गेट आउट कह दिया था। तब एजुकेशन के प्रमुख सचिव ने मुझसे कहा कि 12 बजे तक का समय दे दीजिए। ये उन्होंने इसलिए कहा क्योंकि मैंने उनसे कहा कि कल सुबह मैं इस्तीफा दे दूंगा और मैं समझता हूं कि मेरे इस्तीफे के बाद गवर्मेंट गिर जाएगी। तुम्हारे इस हाकिम के ये तेवर थे।
आजम खान ने आगे बताया कि तकरीबन 12:05 बजे मेरे टेलीफोन की घंटी बजी और प्रमुख सचिव ने कहा सर हमने कानून तैयार कर लिया है। मैं समझ गया कि वही कानून तैयार हुआ जो मैं चाहता था। कानून तैयार हुआ कैबिनेट में पास भी हुआ, लेकिन किसी ने बताया कि भाई अब भी चूना लगा दिया। उन्होंने बताया कि जिस क्लास में 5 बच्चे होंगे वहां उर्दू टीचर रखा जाएगा। लिहाजा ना 5 बच्चे होंगे, ना टीचर होंगे। स्कूल में जो भी आएगा उससे मास्टर साहब कहेंगे यार तुम पहले आ रहे हो फिलहाल दूसरे सब्जेक्ट में दाखिला ले लो। मैं फौरन मुलायम जी के पास गया और कहा कि इस शर्त को हटाइए नहीं तो कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने इस बात को भी मान लिया।
एक अन्य किस्सा सुनाते हुए आजम ने बताया कि अस्पताल की पर्ची 100 रुपये होने पर कैबिनेट मीटिंग में पर्ची खत्म करने को कहा तो सारे कैबिनेट मंत्री नाराज हो गए थे। इसके बाद मुझे इस्तीफा तक देना पड़ा था और फिर तय हुआ कि एक रुपये का पर्चा किया जाए ताकि कागज की छपाई का पैसा निकल सके।
मोदी और योगी सरकार पर निशाना साधा
मुलायम और अखिलेश सरकार में अपने रुतबे को बताने के साथ ही आजम खान ने मौजूदा योगी और मोदी सरकार पर निशाना साधा। कहा कि बेहद अफसोस है कि मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के दरवाजों पर पुलिस का पहरा है। कहा कि हो सकता है कि उसका नाम अच्छा न लगता हो लेकिन रामपुर पब्लिक स्कूल से भी दिक्कत हो गई? 2000 बच्चों के हाथों से कलम छीन लिया गया। बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ का नारा आप लोग देते हैं। चलो हमें मत चलाने दो सरकार ही स्कूल को चलाए। हम सारे स्कूल आपको देते हैं। आप अफना दिल बड़ा करो। हमारे बच्चों के हाथों में कलम दो, चाकू मत दो।