हाइलाइट्स
चार दिवसीय चैती छठ का प्रारंभ रवि योग में हुआ है, इस योग में सूर्य का प्रभाव होता है.
चैती छठ के चार दिनों में कुल 8 शुभ योग बन रह हैं.
आज 25 मार्च को चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से सूर्य उपासना का महापर्व चैती छठ प्रारंभ हुआ है. आज चैती छठ का पहला दिन नहाय खाय है. चार दिवसीय चैती छठ का प्रारंभ रवि योग में हुआ है, इस योग में सूर्य का प्रभाव होता है और चैती छठ भी सूर्य की उपासना का पर्व है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार, चैती छठ के चार दिनों में कुल 8 शुभ योग बन रहे हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चैती छठ के प्रारंभ और डूबते सूर्य को अर्घ्य देने वाले दिन रवि योग बना है. 27 मार्च को रवि योग बना है, इस दिन अस्ताचलगामी सूर्य को जल अर्पित करके पूजा की जाएगी. इतना ही नहीं, जिस दिन उगते हुए सूर्य को जल अर्पित किया जाएगा, उस दिन द्विपुष्कर योग बना है, जिसमें आपकी पूजा का दोगुना फल प्राप्त होगा. आइए जानते हैं चैती छठ के अर्घ्य समय और बनने वाले शुभ योगों में बारे में.
चैती छठ 2023 की महत्वपूर्ण तिथियां
25 मार्च, शनिवार: नहाय खाय
26 मार्च, रविवार: खरना
27 मार्च, सोमवार: डूबते सूर्य को अर्घ्य, समय: शाम 06:36 बजे
28 मार्च, मंगलवार: उगते हुए सूर्य को अर्घ्य, पारण के साथ व्रत का समापन, समय: सुबह 06:16 बजे
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आठ शुभ योगों में है चैती छठ 2023
पहला दिन: आज 25 मार्च को नहाय खाय के दिन रवि योग बना है. यह आज सुबह 06 बजकर 20 मिनट से दोपहर 01 बजकर 19 मिनट तक है.
दूसरा दिन: चैती छठ के दूसरे दिन 26 मार्च को खरना है. इस दिन प्रीति योग, आयुष्मान योग और रवि योग बने हैं. प्रीति योग प्रात:काल से लेकर रात 11 बजकर 33 मिनट तक है, उसके बाद से आयुष्मान योग प्रारंभ होगा. इस दिन रवि योग दोपहर 02 बजकर 01 मिनट से है, जो अगले दिन प्रात: 06 बजकर 18 मिनट तक है.
तीसरा दिन: चैती छठ के तीसरे दिन 27 मार्च को व्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे. इस दिन 5 शुभ योग बने हैं. आयुष्मान योग प्रात:काल से लेकर रात 11 बजकर 20 मिनट तक है, उसके बाद से सौभाग्य योग प्रारंभ हो जाएगा. रवि योग प्रात: 06 बजकर 18 मिनट से दोपहर 03 बजकर 27 मिनट तक है. सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन और अमृत सिद्धि योग दोपहर 03 बजकर 27 मिनट से अगले दिन सुबह 06 बजकर 16 मिनट तक है.
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चौथा दिन: चैती छठ के चौथे दिन 28 मार्च को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और पारण करके व्रत को पूरा करेंगे. इस दिन दो शुभ योग सौभाग्य और द्विपुष्कर योग बने हैं. सौभाग्य योग प्रात:काल से लेकर रात 11 बजकर 36 मिनट तक है और द्विपुष्कर योग प्रात: 06 बजकर 16 मिनट से शाम 05 बजकर 32 मिनट तक है.
चैती छठ 2023 सूर्य अर्घ्य का शुभ सयम
चैती छठ महापर्व में 27 मार्च को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, इस दिन सूर्य पूजा का समय शाम 06 बजकर 36 मिनट पर है. 28 मार्च को चैती छठ का समापन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद होगा. इस दिन सूर्य को अर्घ्य देने का समय सुबह 06 बजकर 16 मिनट पर है. यह समय देश की राजधानी दिल्ली में सूर्योदय और सूर्यास्त पर आधारित है. बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय पर सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा.
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Tags: Chhath Puja, Dharma Aastha
FIRST PUBLISHED : March 25, 2023, 07:40 IST