ऐप पर पढ़ें
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने को वोट की राजनीति बताया। कहा कि भाजपा अपने वोट बैंक को विखरने से रोकने की कोशिश में लगी है। वह किसी भी कीमत पर अपना वोट बैंक मजबूत रखना चाहती है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले कि इंडिया गठबंधन होना होना तय है। शीघ्र ही सीटों का बंटवारा भी कर लिया जाएगा। जीत और सीट के आधार पर हिस्सेदारी तय होगी। अखिलेश यहां शनिवार को गैसड़ी से विधायक रहे डा. एसपी यादव की श्रद्धांजलि सभा में पहलवारा स्थित आवास पर शामिल होने आए थे।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भाजपा को दूसरों के बजाय अपनी चिंता करनी चाहिए। भाजपा का हर सांसद टिकट कटने की आशंका से चिंतित है। खबर यह भी है कि भाजपा सभी सांसदों का टिकट काटकर नए चेहरों को चुनाव लड़ाने की सोच रही है। उनका एक सांसद पार्टी बदलने को व्याकुल है। ऐसे में जनता भाजपा पर भरोसा नहीं कर सकती। अखिलेश बोले कि यूपी में यदि 40 करोड़ रुपए निवेश किए गए तो उसका प्रभाव गोंडा व बलरामपुर में क्यों नहीं दिखा। इन दो जिलों में कोई कारखाने नहीं लगाए गए। डबल इंजन की सरकार बेरोजगारी व महंगाई दूर नहीं कर सकी।
अखिलेश यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भगवान रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में उन्हें निमंत्रण नहीं मिला था। जब सामाजिक रूप से इसका विरोध होने लगा तो निमंत्रण की औपचारिकता पूरी कर दी गई। जब प्रभु श्रीराम चाहेंगे उसी दिन उनका दर्शन होगा। उसी तरह कांग्रेस ने न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया तो वहां जाने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भू-माफिया बताया। कहा कि जहां भी जमीन घोटाले की जांच हो रही है वहां भाजपा नेताओं का नाम सामने आ रहा है। भाजपा वाले इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं।