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Yoga Asanas For Healthy Uterus: योग न सिर्फ आपके मन को शांत रखता है बल्कि इसके नियमित अभ्यास से कई स्वास्थ्य समस्याओं को भी बड़ी आसानी से ठीक किया जा सकता है। महिलाओं को तो खासकर योग को अपनी लाइफस्टाइल में शमिल करना चाहिए। ऐसी महिलाएं जिन्हें कंसीव करने में परेशानी होती है, योग की मदद से अपनी फर्टिलिटी को बूस्ट करने के साथ गर्भाशय यानि यूट्रस को भी हेल्दी बना सकती हैं। आइए जानते हैं ऐसे दो योगासन जिनका रोजाना अभ्यास करने से महिलाओं का गर्भाशय हेल्दी होकर फर्टिलिटी भी अच्छी होती है।
तितली आसन–
तितली आसन को अंग्रेजी भाषा में बटरफ्लाई पोज के नाम से भी जाना जाता है। तितली आसन गर्भाशय को मजबूत बनाए रखने के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसके नियमित अभ्यास से न सिर्फ गर्भाशय हेल्दी रहता है बल्कि आसानी से कंसीव भी किया जा सकता है। यह आसन पैरों को मजबूत बनाता है। इस आसन को करते समय व्यक्ति के शरीर की मुद्रा तितली जैसी होनी चाहिए। तितली आसन करते समय अपने दोनों पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठें। इसके बाद घुटनों को मोड़कर पैरों के पंजों को आपस में मिलाकर हाथों को घुटनों पर रखें और घुटनों को ऊपर की ओर उठा लें। इसके बाद घुटनों को उठाने के बाद आपस में मिलाने का प्रयास करें। ऐसा करने के बाद घुटनों को नीचे लाएं और जमीन से सटाने की कोशिश करें। ऐसा 4 से 5 बार करें। जब घुटने जमीन से छूने लगें तो हाथों से पैरों के पंजों को पकड़कर घुटनों को जल्दी-जल्दी ऊपर नीचे करने की कोशिश करें, जिस तरह तितली अपने पंख फड़फड़ाती है। इस आसन को करते समय अपनी सांस की गति सामान्य रखें।
सेतुबंधासन-
सेतुबंधासन करते समय में व्यक्ति का शरीर एक पुल के समान नजर आता है। इस आसन को करने से पीठ, पेट, पैर, हड्डियों और हाथों की मांसपेशियों को मजबूत मिलती हैं। इतना ही नहीं यह आसन महिला के गर्भाशय को भी मजबूत बनाकर कंसीव करने में मदद करता है। सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर पीठ के बल लेटकर अपनी सांसों को सामान्य रखते हुए अपने दोनों हाथों को बगल में रखें और अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर तलवों को जमीन पर रखें। अब अपनी दोनों हथेलियों को इंटरलॉक करते हुए अपने हिप्स को ऊपर उठाने की कोशिश करें और कंधों तक अपने शरीर को उठाएं। ऐसा करते हुए हाथों को जमीन पर ही रखें। कुछ देर इसी अवस्था में सांस रोककर बने रहने के बाद सामान्य अवस्था में आ जाएं। अब अपने पैरों को सीधा करें और इस प्रक्रिया को 3-5 बार दोहराएं।
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