नई दिल्ली: आप की अदालत में प्रशांत किशोर ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर भी बात की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से मेरे व्यक्तिगत संबंध बहुत अच्छे रहे हैं। जब मैं उनके साथ था तो मेरा-उनका करीब-करीब पिता-पुत्र का संबंध रहा है।
नीतीश के घर में आज भी हैं प्रशांत के कपड़े
प्रशांत ने कहा कि आज भी उनके (नीतीश) घर में मेरे कपड़े और सामान पड़ा हुआ है। उन्हीं के द्वारा सिलवाए गए थे, उन्हीं के पास रह गए। उनका रास्ता अलग है। प्रशांत किशोर ने कहा कि जब मैं उनसे पिछली बार मिला था, तब मैंने ट्वीट भी किया था कि जो प्रस्ताव आप वापस आने का दे रहे हैं, वह अब संभव नहीं है।
नीतीश को धूर्त क्यों कहते हैं प्रशांत?
प्रशांत ने कहा कि जिस नीतीश कुमार की मैंने मदद की थी, वो वह नीतीश कुमार थे जो 2014 में चुनाव नहीं हारे थे, उनकी पार्टी हारी थी। उन्होंने पद से इस्तीफा देकर मांझी को जिम्मा सौंप दिया था। आज मैं जिस नीतीश कुमार का विरोध कर रहा हूं, वो हार गए हैं, 42 विधायक हैं। वे कभी आरजेडी के साथ और कभी कमल के साथ मिलकर सरकार बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज मैं जिस नीतीश कुमार की बात कर रहा हूं, वह वो हैं जो कोरोना काल में घर से बाहर नहीं निकले और हजारों लोगों की मौत हो गई। जिस नीतीश कुमार की मैंने मदद की थी, वो वह थे कि जो बिहार में सुशासन लाने की कोशिश कर रहे थे। आज नीतीश वो हैं, जिसे अधिकारियों का जंगलराज कहा जाता है।
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