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हाइलाइट्स
कॉफी में मौजूद कैफीन का ज्यादा इस्तेमाल हेल्थ पर बुरा असर डालता है.
न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं कि दिन में 4 कप से ज्यादा कॉफी नहीं पीनी चाहिए.
Coffee Bad effects on Health: कॉफी सिर्फ ऑफिसों या फंक्शनों में ही नहीं बल्कि आज हर घर में एक जरूरी पेय बन गई है. युवा ही नहीं बड़े-बुजुर्ग और खासतौर पर महिलाएं रोजाना कॉफी के घूंट भरते दिखाई देते हैं. घर में किसी का ब्लड प्रेशर लो हुआ नहीं कि तुरंत एक कप कॉफी बनाने का फरमान आ जाता है. आपने भी कई बार लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि चाय छोड़ दी है, अब बस कॉफी ही पीते हैं. य ही वजहें है कि लोग अब दिन में एक नहीं बल्कि कई-कई कप कॉफी गले के नीचे उतारते रहते हैं लेकिन क्या आपको मालूम है कि जिसे चाय का विकल्प और कम नुकसानदेह समझकर आप कई-कई बार पी रहे हैं, वह आपके शरीर को अंदर से खोखला बना रही है और बीमारियों से भर रही है.
दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल की चीफ न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी कहती हैं कि कैफीन प्राकृतिक रूप से पौधों के बीजों और फलों में पाया जाता है. आमतौर लोग इसे कॉफी के रूप में और इसके बाद आईस क्रीम, चॉकलेट, एनर्जी बार और ड्रिंक्स के रूप में भी लेते हैं. कैफीन दुनिया में बड़े पैमाने पर साइकोस्टिमुलेन्ट के रूप में इस्तेमाल होता है और साइकोस्टिमुलेन्ट दिमाग को उत्तेजित कर नर्वस सिस्टम को रिलेक्स करता है. इसे फूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ऑथोरिटीज ने सुरक्षित भी बताया है बावजूद इसके लगातार सेवन से स्वास्थ्य पर बुरे प्रभाव भी पड़ सकते हैं.
डॉ. रोहतगी कहती हैं कि एक दिन में 400 ग्राम या इससे कम कैफीन का सेवन करना चाहिए जो 4 कप कॉफी के बराबर है. अक्सर लोग दिन में कई-कई कप कॉफी, चॉकलेट या और भी कैफीन वाली चीजें खा लेते हैं, जो शरीर में कैफीन की मात्रा को बढ़ा देता है. ऐसे में यह आदत आपको बीमारियां दे सकती है.
आपके शहर से (दिल्ली-एनसीआर)
तनाव और अवसादः कैफ़ीन या कॉफी पीने से आम लोगों में चिंता पैदा कर सकती है. वे लोग जो पहले से मानसिक बीमारियों जैसे तनाव, अवसाद का शिकार हैं, उनमें कैफ़ीन का सेवन करने से स्थिति और भी बदतर हो सकती है. इसके अलावा इसके सेवन से शरीर में कॉलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है, जिसका बुरा असर दिल की सेहत और शरीर के पूर्ण स्वास्थ्य पर पड़ता है.
ब्लड शुगरः डायबिटीज के मरीज अगर कॉफी लेते हैं तो शरीर में इंसुलिन की गड़बड़ी की वजह से उनका ब्लड शुगर बढ़ सकता है.
इन्सोम्निया या नींद न आनाः पाया गया है कि बहुत से लोगों को कॉफी पीने के बाद नींद ठीक से नहीं आती. कई दिनों तक लगातार कॉफी पीने से सामान्य नींद भी नहीं आती.
पाचन की समस्याएंः पाया गया है कि कैफीन का सेवन करने से पेट खराब हो जाता है और व्यक्ति को दस्त लग सकते हैं. जिन लोगों का पेट ठीक नहीं रहता, उन्हें ज्यादा कॉफी पीने के बाद बाद डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
दिल की धड़कन तेज होनाः कैफीन एक स्टिमुलेन्ट है, जिसके सेवन के बाद हार्टबीट यानि दिल की धड़कन तेज हो सकती है. इसे आर्टीरियल फाइब्रिलेशन कहते हैं.
बार-बार पेशाब आनाः कुछ लोगों में कैफीन के सेवन के बाद बार-बार पेशाब आने की समसया बढ़ जाती है.
महिलाओं का स्वास्थ्य एवं प्रजननः कैफीन का बुरा असर महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर पड़ता है, इसके सेवन से गर्भपात की संभावना बढ़ती है, मेनोपॉज़ के लक्षण और बदतर हो जाते हैं और स्तनों में सिस्ट की संभावना भी बढ़ जाती है.
गठियाः कैफीन के सेवन से गठिया और जोड़ों में दर्द की समस्या और गंभीर हो सकती हैं.
त्वचा में एजिंगः कैफीन कोलाजन के उत्पादन को रोकता है, इसलिए त्वचा जल्दी ढीली पड़ने लगती है, लटकने लगती है. इससे जल्दी बुढ़ापा भी आ सकता है.
अन्य लक्षणः कैफीन के सेवन से कई अन्य लक्षण भी दिख सकते हैं जैसे कंपकंपी, सिर में दर्द, सिर चकराना, डीहाइड्रेशन, चिड़चिड़ापन, सीने में जलन, मतली, मांसपेशियों में कमजोरी आना और पेट की गंभीर समस्याएं.
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Tags: Coffee, Diabetes, Health News, Heart Disease
FIRST PUBLISHED : February 25, 2023, 13:32 IST
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