नई दिल्ली. कोरोना महामारी के दौरान पूरी दुनिया में हुए नुकसान के जख्म अभी भरे नहीं हैं कि एक और कोविड के वेरिएंट ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की नींद उड़ा दी है. हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक प्रमुख अधिकारी ने जानकारी दी कि BA.2.86 नामक एक हाइली म्युटेंट COVID-19 वेरिएंट पाया गया है, जो पहले से भी अधिक खतरनाक है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक BA.2.86 नामक COVID-19 वेरिएंट इज़राइल, डेनमार्क, अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा स्विट्जरलैंड और दक्षिण अफ्रीका में पाया गया है. हालांकि, इसकी वजह से बीमार हुए लोगों की संख्या कम है. इसके पहले भी कई कोरोना के नए-नए वेरिएंट ने बीच-बीच में आकर लोगों को काफी परेशान किया है.
डेनमार्क में मिला था पहला मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार BA.2.86 नामक COVID-19 वेरिएंट सबसे पहले 24 जुलाई को डेनमार्क में पाया गया था, जब एक मरीज गंभीर रूप से बीमार होने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती हुआ था. इस वेरिएंट के मिलने के बाद नियमित रूप से यात्रियों की एयरपोर्ट पर जांच की गई, जिसमें BA.2.86 वेरिएंट पाया गया था. इसके अलावा पानी के टेस्टिंग में भी कोविड-19 के नए वेरिएंट को पाया गया.
वैज्ञानिकों ने की इसकी निगरानी
दुनिया के कई वैज्ञानिकों का कहना है कि BA.2.86 की निगरानी करना जरूरी था, लेकिन टीकाकरण और पूर्व संक्रमण से दुनिया भर में तैयार की गई सुरक्षा को देखते हुए इससे गंभीर बीमारी और मौत की संभावना न के बराबर है.
COVID-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने कहा WHO में COVID-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने BA.2.86 के संबंध में अपने पहले इंटरव्यू में कहा कि इस होने वाले संक्रमणों की संख्या कम है. उन्होंने कहा कि पता चले मामले जुड़े हुए नहीं हैं, इससे पता चलता है कि यह पहले से ही अधिक व्यापक रूप से फैल रहा है.
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FIRST PUBLISHED : August 27, 2023, 04:12 IST