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इजरायल और हमास के बीच छिड़े युद्ध को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ में लाए प्रस्ताव पर मतदान से भारत की दूरी की कांग्रेस ने निंदा की है। मोदी सरकार के स्टैंड पर बरसते हुए कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस गैर-हाजिर रहने का कड़ा विरोध करती है। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन के लोगों से इजरायल उस हमले के लिए बदला ले रहा है, जिससे उनका कोई मतलब नहीं है। गाजा पट्टी को डेढ़ दशक से इजरायल ने खुली जेल बना दिया है। यह ऐसा समय है, जब मानवता की परीक्षा हो रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने हमास के हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा की है। लेकिन यह त्रासदी उस समय और बढ़ गई, जब इजरायल उस आबादी से बदला लेने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो काफी हद तक असहाय होने के साथ-साथ निर्दोष भी है। उन्होंने अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ में लिखे एक लेख में यह भी कहा कि उनकी पार्टी का लंबे समय से यह रुख रहा है कि इजरायल के साथ सह-अस्तित्व में एक संप्रभु, स्वतंत्र और सुरक्षित फिलिस्तीन राष्ट्र के लिए सीधी बातचीत हो। सोनिया गांधी ने कहा, ‘मानवता अब इम्तिहान के दौर से गुजर रही है।’
सोनिया गांधी ने कहा, ‘इजरायल पर क्रूर हमलों से हम सामूहिक रूप से दुखी हुए थे। अब हम सभी इजराइल की असंगत और समान रूप से क्रूर प्रतिक्रिया से दुखी हो गए हैं। हमारी सामूहिक अंतरात्मा के जागने से पहले और कितनी जानें जाएंगी?’ उन्होंने कहा कि सात अक्टूबर, 2023 को हमास ने इजरायल पर एक क्रूर हमला किया, जिसमें एक हजार से अधिक लोग मारे गए और 200 से अधिक लोगों का अपहरण कर लिया गया था। उन्होंने कहा कि जान गंवाने वालों में से ज्यादातर आम नागरिक थे।
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख ने कहा, ‘इजरायल के लिए अभूतपूर्व, अप्रत्याशित यह हमला विनाशकारी था। कांग्रेस का दृढ़ता से मानना है कि सभ्य दुनिया में हिंसा का कोई स्थान नहीं है और अगले ही दिन हमने हमास के हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा की।’ सोनिया गांधी ने कहा कि यह त्रासदी गाजा में और उसके आसपास इजरायली सेना के ‘अंधाधुंध अभियानों’ के कारण और बढ़ गई है, जिसके चलते बड़ी संख्या में निर्दोष बच्चों, महिलाओं और पुरुषों सहित हजारों लोगों की मौत हो गई है।’
उन्होंने कहा, ‘इज़राइल की ताकत अब उस आबादी से बदला लेने पर केंद्रित है जो काफी हद तक असहाय होने के साथ-साथ निर्दोष भी है।’ इजरायल-फिलिस्तीन पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि न्याय के बिना शांति नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि डेढ़ दशक से अधिक समय से इजराइल की निरंतर नाकेबंदी ने गाजा को 20 लाख निवासियों के लिए ‘खुली हवा वाली जेल’ में बदल दिया है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘कांग्रेस यूएन के उस प्रस्ताव पर मतदान के दौरान भारत की अनुपस्थिति का कड़ा विरोध करती है, जिसमें गाजा में इजरायली बलों और हमास के बीच ‘तत्काल, टिकाऊ और निरंतर मानवीय संघर्ष विराम के लिए शत्रुता को समाप्त करने’ का आह्वान किया गया था।’