नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राजस्थान के प्रतापगढ़ में कहा कि हमारी सरकार की सोच है कि किसान न केवल ‘अन्नदाता’ बनें बल्कि वो ‘ऊर्जादाता’ भी बनें. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अब सभी गाड़ियां किसानों द्वारा उत्पादित इथेनॉल से चलेंगी.
नितिन गडकरी ने कहा, ‘अगर औसतन 60 फीसद इथेनॉल और 40 फीसद इलेक्ट्रिक ली जाए तो पेट्रोल रुपये लीटर की दर से मिलने लगेगा और लोगों को फायदा होगा. इससे प्रदूषण और आयात भी घटेगा. अभी आयात पर 16 लाख करोड़ रुपये खर्च होते हैं, यह पैसा किसानों के घर जाएगा.’
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#WATCH | Pratapgarh, Rajasthan | Union Minister Nitin Gadkari says, “Our government is of the mindset that the farmers become not only ‘annadata’ but also ‘urjadata’…All the vehicles will now run on ethanol produced by farmers. If an average of 60% ethanol and 40% electricity… pic.twitter.com/RGBP7do5Ka
— ANI (@ANI) July 5, 2023
2025 तक ईंधन में 20 फीसदी इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य
भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक पेट्रोल और डीजल में 20 फीसदी तक इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य रखा है. फिलहाल देश में पेट्रोल में 9 फीसदी तक इथेनॉल मिलाया जाता है. यह लक्ष्य बहुत बड़ा है. इसके लिए भारी मात्रा में इथेनॉल की जरूरत पड़ेगी.
भारत में गन्ने से बनता है इथेनॉल
अमेरिका में मक्के के स्टार्च से जबकि ब्राजील में गन्ने से इथेनॉल का उत्पादन किया जाता है. भारत में गन्ने से इथेनाॉल का उत्पादन किया जाता है. अमेरिका और ब्राजील दोनों मिलकर दुनिया के कुल इथेनॉल उत्पादन का 84 फीसदी इथेनॉल पैदा करते हैं. भारत में फिलहाल बहुत कम इथेनॉल का उत्पादन किया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : July 05, 2023, 11:06 IST