Home Life Style इन 5 तरीकों से करें अपने से जलने वालों की पहचान, ऐसे लोगों से कैसे बचें? जानें चाणक्य की खास नीतियां

इन 5 तरीकों से करें अपने से जलने वालों की पहचान, ऐसे लोगों से कैसे बचें? जानें चाणक्य की खास नीतियां

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इन 5 तरीकों से करें अपने से जलने वालों की पहचान, ऐसे लोगों से कैसे बचें? जानें चाणक्य की खास नीतियां

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Chanakya Niti in Hindi: हर इंसान की जिंदगी में कुछ लोग ऐसे जरूर होते हैं जो उसकी तरक्की, खुशियों या सफलता से खुश नहीं होते. ये लोग सामने से कुछ और होते हैं और पीछे से कुछ और. इन्हें ही हम आम भाषा में जलने वाले कहते हैं. आचार्य चाणक्य ने भी अपनी नीतियों में ऐसे लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि जीवन में कभी भी आंख बंद करके किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि कई बार सबसे ज्यादा नुकसान वही लोग करते हैं जो सबसे नजदीक होते हैं. चाणक्य का मानना था कि जलन करने वाला इंसान न तो खुद आगे बढ़ता है और न ही दूसरों को आगे बढ़ते देख सकता है. अगर समय रहते ऐसे लोगों को पहचानकर उनसे दूरी नहीं बनाई गई, तो यह आपके जीवन में जहर घोल सकते हैं. आइए जानते हैं चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे लोगों को पहचानने के कुछ आसान तरीके.

1. हमेशा आपकी बुराई करने वाले
जो लोग आपकी पीठ पीछे आपकी बुराई करते हैं और सामने से मीठा बोलते हैं, वे अक्सर जलन की भावना से भरे होते हैं. ऐसे लोग किसी भी मौके पर आपकी छवि को खराब करने का प्रयास करते हैं. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसे लोगों की संगति आग के पास बैठने जैसी है, जो कब जलाकर राख कर दे कुछ कहा नहीं जा सकता.

2. सफलता से दुखी होना
अगर आप कुछ अच्छा करते हैं और कोई उसका जश्न मनाने के बजाय चुप रह जाए या निगेटिव बात कहे, तो समझ जाइए कि वो आपके सफल होने से खुश नहीं है. जलने वाले लोग आपकी कामयाबी से परेशान रहते हैं और उसे छोटा दिखाने की कोशिश करते हैं. ऐसे लोगों से दूरी बनाना ही बेहतर होता है.

3. तुलना करने वाले लोग
जलने वाला इंसान हमेशा खुद की तुलना आपसे करता है. अगर आप कुछ अच्छा खरीद लें या कहीं घूमने जाएं, तो वो खुद को आपसे बेहतर दिखाने के लिए या तो दिखावा करेगा या फिर ताने मारेगा. यह भी एक संकेत है जलन का.

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4. हर बात में कमी निकालना
चाहे आप कितनी भी मेहनत से कुछ अच्छा क्यों न करें, जलने वाले लोग उसमें भी कमी ढूंढ ही लेंगे. उनका मकसद आपकी मेहनत की तारीफ करना नहीं, बल्कि उसका मजाक उड़ाना होता है.

5. झूठी तारीफ करना
कुछ जलने वाले लोग सीधे आलोचना करने की बजाय नकली तारीफ करते हैं. उनकी बातों में मिठास तो होती है लेकिन उसका मतलब होता है आपको नीचा दिखाना. चाणक्य कहते हैं कि चापलूस और ईर्ष्यालु व्यक्ति, दोनों ही खतरनाक होते हैं.

ऐसे लोगों से कैसे बचें?
ज्यादा निजी बातें शेयर न करें: अपनी निजी सफलता, प्लान या परेशानियों को सबके सामने न रखें. खासकर उनसे दूर रहें जो आपके बारे में गॉसिप करते हैं.

अपनी ऊर्जा सकारात्मक लोगों में लगाएं: जो लोग आपके साथ खुश होते हैं, आपको मोटिवेट करते हैं, उन्हीं से घिरे रहें.

जवाब देने से बचें: जलने वाले लोग आपको भड़काना चाहते हैं. उनसे बहस करने की बजाय चुप रहना ही सबसे अच्छा जवाब होता है.

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अपने काम पर ध्यान दें: चाणक्य कहते हैं कि जब आप किसी लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हों, तो पीछे मुड़कर यह देखने की जरूरत नहीं कि कौन आपके खिलाफ है. बस मंजिल पर फोकस रखो.

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