Home World इमरान खान का दावा सच निकला, पाकिस्तान चुनाव में जमकर हुई धांधली; नवाज शरीफ के ‘साथी’ का ऑडियो लीक

इमरान खान का दावा सच निकला, पाकिस्तान चुनाव में जमकर हुई धांधली; नवाज शरीफ के ‘साथी’ का ऑडियो लीक

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इमरान खान का दावा सच निकला, पाकिस्तान चुनाव में जमकर हुई धांधली; नवाज शरीफ के ‘साथी’ का ऑडियो लीक

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पाकिस्तान आम चुनाव में भले ही बहुमत किसी दल को नहीं मिला, नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो जरदारी की पीपीपी पार्टी ने गठबंधन में सरकार बनाने को तैयार हो गए हैं। नवाज की बेटी मरियम पंजाब प्रांत की पहली महिला मुख्यमंत्री बन चुकी हैं। उधर, पीएम कैंडिडेट के तौर पर शहबाज शरीफ को गद्दी मिलेगी। इस चुनाव में इमरान खान ने दावा किया था कि चुनाव में जमकर धांधली हुई थी। अब इमरान खान का दावा सच साबित हुआ है। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के प्रमुख नेताओं के कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई है, जिसमें वो कह रहे हैं कि जनादेश पूरी तरह से फर्जी है। एमक्यूएम-पी वही दल है, जिसने दो दिन पहले नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के साथ हाथ मिलाया है। 

इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने आरोप लगाया था कि 8 फरवरी के चुनावों में हेरफेर किया गया था और चुनावी जनादेश को नवाज और बिलावल दोनों ने हड़प लिया। पहले चुनाव आयोग के अधिकारी ने माना था कि चुनाव में धांधली हुई थी। अब सिंध के गवर्नर और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान पार्टी के नेता कामरान तेसोरी को कथित तौर पर चुनाव की प्रामाणिकता पर चिंता व्यक्त करते हुए सुना जा सकता है। वो फोन पर किसी से बात कर रहे हैं कि यह जनादेश पूरी तरह से फर्जी है। यह “100 प्रतिशत नकली” था।

तेसोरी फोन पर किसी से बात कर रहे हैं कि अप्रैल 2022 में पीटीआई से अपना अलायंस तोड़ने के बाद जनादेश ने हमे नकार दिया। यह एक ऐसा कदम है जिसने मतदाताओं को उनकी पार्टी से मोहभंग किया है। वो 2018 के चुनावों की भी बात करते हुए सुने जा सकते हैं। याद करते हुए कहते हैं कि जब एमक्यूएम-पी ने पीटीआई के साथ चुनाव लड़ते हुए कराची में सात नेशनल असेंबली सीटें हासिल कीं थी। राज्यपाल को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “आज (8 फरवरी को) हमें वोट नहीं मिले।”

शहबाज को समर्थन देंगे तो बुरे हालात तय

राज्यपाल को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अगर एमक्यूएम-पी ने शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान की गठबंधन सरकार में शामिल होने का फैसला किया तो पार्टी के हालात बहुत बुरे होना तय है। हमे सिर्फ एक मंत्री पद  मिल रहा है। गर्वनर पद भी नहीं मिल रहा। सबसे बुरा यह है कि हम मतदाताओं का विश्वास खो रहे हैं। हालांकि गौर करने वाली बात यह है कि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान ने 26 फरवरी को नवाज शरीफ की पार्टी से हाथ मिला लिया है।

गौरतलब है कि 8 फरवरी के चुनाव में, पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव में सर्वाधिक 92 नेशनल असेंबली सीटें जीतीं थी। चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बावजूद पीटीआई सरकार बनाने में नाकाम रही। जबकि पीएमएल-एन, पीपीपी और अन्य पार्टियों के बीच गठबंधन बनाया गया।

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