Pakistan News: पाकिस्तान की राजनीति में अभी भी उथल पुथल जारी है। सरकार कब बनेगी, इसे लेकर कोई एक तारीख सामने नहीं आई है। 2 मार्च की तारीख की बात जरूर चल रही है। लेकिन कुछ आधिकारिक नहीं है। वहीं चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी इमरान खान की पार्टी में भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। जिस इमरान खान की पार्टी को देश की जनता ने सबसे ज्यादा चाहा, उसी पार्टी में उठापटक शुरू हो गई है। इमरान खान के इशारे पर उनकी पार्टी पीटीआई के अध्यक्ष गौहर खान को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह एक नए उम्मीदवार का नाम सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के वरिष्ठ नेता अफजल मारवात ने कहा कि बैरिस्टर गौहर अली खान को उनकी ‘‘अक्षमता और खराब’’ प्रदर्शन के कारण पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के अध्यक्ष पद से ‘‘हटा दिया’’ गया है। उन्होंने बयान यह स्पष्ट होने के बाद आया कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री खान की पार्टी अगली सरकार का गठन नहीं कर पाएगी।
गौहर ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि पीटीआई पार्टी के अगले अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बैरिस्टर अली जफर हैं और पार्टी के आंतरिक चुनाव तीन मार्च को होने हैं। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) और उच्चतम न्यायालय ने पार्टी के आंतरिक चुनावों को गैरकानूनी घोषित कर दिया था और पार्टी से उसका प्रतिष्ठित प्रतीक ‘क्रिकेट का बल्ला’ छीन लिया था। इसके बाद से पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी का शीर्ष पद एक महीने से अधिक समय से खाली है।
अक्षमता और खराब प्रदर्शन के चलते हटाया गया
इन चुनावों के बाद अध्यक्ष चुने गए गौहर अब पार्टी प्रमुख नहीं है। मारवात ने शुक्रवार को जियो न्यूज से कहा, “गौहर को अध्यक्ष पद से हटाने के पीछे का कारण अक्षमता और खराब प्रदर्शन है। बैरिस्टर गौहर एक सज्जन व्यक्ति हैं लेकिन उनका प्रदर्शन संतोषजनक नहीं था।’’ पीटीआई नेता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि गौहर कार्यकर्ताओं की उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रहे। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी कार्यालय चलाने के लिए हर समय सक्रिय रहना पड़ता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’’ उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों के बाद पार्टी नेतृत्व का दृष्टिकोण सराहनीय नहीं था और गौहर को आठ फरवरी के आम चुनावों के बाद पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए था, लेकिन वह इसमें असफल रहे।
पीटीआई के स्वतंत्र उम्मीदावारों ने जीती थीं सबसे ज्यादा सीटें
विवादों से घिरे आम चुनाव में पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने नेशनल असेंबली में सर्वाधिक सीट जीती थीं लेकिन पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) नयी गठबंधन सरकार बनाने के लिए सत्ता साझा करने संबंधी समझौते पर सहमत हो गए हैं, जिससे खान की सत्ता में वापसी की संभावनाएं प्रभावी रूप से समाप्त हो गई हैं। पीटीआई के नए चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, पार्टी का आंतरिक चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार 23 और 24 फरवरी को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं।