Friday, July 19, 2024
Google search engine
HomeWorldइमरान खान को PM से हटाने के लिए अमेरिका ने दिया अल्टीमेटम!...

इमरान खान को PM से हटाने के लिए अमेरिका ने दिया अल्टीमेटम! पाकिस्तान के सीक्रेट दस्तावेज लीक


इमरान खान को पीएम पद गंवाएं एक साल से ज्यादा का वक्त हो गया है। वो लगातार दावा करते रहे हैं कि उन्हें हटाने के पीछे अमेरिकी साजिश थी। हालांकि अब इमरान जेल में हैं और पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार संसद भंग करके आम चुनाव के लिए हरी झंडी दे चुकी है। तीन साल की सजा मिलने के बाद इमरान इस बार चुनाव में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। इस बीच पाकिस्तान के सीक्रेट दस्तावेज लीक हुए हैं। द इंटरसेप्ट द्वारा प्राप्त एक लीक पाकिस्तानी सरकारी दस्तावेज़ के अनुसार, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण पर अपने तटस्थ रुख के कारण अमेरिका ने 2022 में पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए दबाव बनाया था।

द इंटरसेप्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी दस्तावेज़ में बताया गया है कि 7 मार्च 2022 को अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत असद मजीद खान और डोनाल्ड लू सहित अमेरिकी विदेश विभाग के दो अधिकारियों की एक बैठक में क्या हुआ था? बैठक के एक दिन बाद, 8 मार्च 2022 को इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया और 10 अप्रैल को खान को सत्ता से बाहर कर दिया गया।

लीक दस्तावेज़ में क्या है?

दस्तावेज़ के अनुसार, दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के लिए अमेरिका के सहायक सचिव डोनाल्ड लू ने यूक्रेन पर पाकिस्तान की तटस्थ स्थिति की आलोचना की थी। दस्तावेज़ से पता चला कि उन्होंने अमेरिका में तत्कालीन पाकिस्तानी राजदूत के साथ बैठक के दौरान स्थिति को सुधारने के लिए अविश्वास मत का संकेत दिया था।

इमरान को हटाकर मिलेगी माफी

दस्तावेज़ के अनुसार, लू ने कहा, “यहां और यूरोप में लोग इस बात को लेकर काफी चिंतित हैं कि पाकिस्तान (यूक्रेन पर) इतना तटस्थ रुख क्यों अपना रहा है? अगर ऐसी स्थिति संभव भी है तो हमें यह इतना तटस्थ रुख नहीं लगता है।” रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद उन्होंने कहा कि यदि प्रधान मंत्री को बदल दिया गया, तो “वाशिंगटन सभी को माफ कर देगा।” लीक दस्तावेज़ के हवाले से द इंटरसेप्ट की रिपोर्ट के अनुसार लू ने कहा, “मुझे लगता है कि अगर प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास मत सफल हो जाता है तो वाशिंगटन में सभी को माफ कर दिया जाएगा क्योंकि रूस यात्रा को प्रधानमंत्री के फैसले के रूप में देखा जा रहा है।”

दस्तावेज़ से पता चलता है कि बातचीत पाकिस्तानी राजदूत के यह कहने के साथ समाप्त हुई कि उन्हें उम्मीद है कि रूस-यूक्रेन युद्ध से अमेरिका के साथ पाकिस्तान के रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लू ने कहा, “मैं तर्क दूंगा कि हमारे दृष्टिकोण से इसने पहले ही रिश्ते में दरार पैदा कर दी है।”

अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारी ने कहा, “हमें यह देखने के लिए कुछ दिन इंतजार करना चाहिए कि क्या राजनीतिक स्थिति बदलती है? जिसका मतलब यह होगा कि इस मुद्दे पर हमारे बीच कोई बड़ी असहमति नहीं होगी और दरार बहुत जल्दी दूर हो जाएगी।” 

अमेरिका ने दावों को झूठा कहा

उधर, इमरान खान को सत्ता से बाहर करने में कथित भूमिका के लिए अमेरिका पर लगे आरोपों के जवाब में विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि आरोप झूठे हैं। द इंटरसेप्ट के हवाले से उन्होंने कहा, “हमने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के दिन तत्कालीन प्रधान मंत्री खान की मॉस्को यात्रा के बारे में चिंता व्यक्त की थी और उस विरोध को सार्वजनिक और निजी तौर पर बताया था।”

गौरतलब है कि 27 मार्च 2022 को इमरान खान, जो भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल में हैं, ने आरोप लगाया था कि “विदेशी ताकतों” जिसे उन्होंने बाद में “वाशिंगटन” कहा था, ने उन्हें पद से हटाने की योजना बनाई थी। इस साल जुलाई में, पाकिस्तान के संघीय मंत्री, ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख ने “राजनीतिक उद्देश्यों के लिए राजनयिक साइफर का इस्तेमाल किया और निहित स्वार्थों के लिए पाकिस्तान सरकार के वर्गीकृत दस्तावेज़ का उपयोग करने के लिए उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया जा सकता है”। उन्होंने कहा कि साइफर मामले में खान पर देशद्रोह का आरोप लग सकता है।



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments