Home National …इसलिए सुहागिन महिलाएं हाथों में पहनती हैं चूड़ियां, धार्मिक के साथ वैज्ञानिक पहलू भी है अहम

…इसलिए सुहागिन महिलाएं हाथों में पहनती हैं चूड़ियां, धार्मिक के साथ वैज्ञानिक पहलू भी है अहम

0
…इसलिए सुहागिन महिलाएं हाथों में पहनती हैं चूड़ियां, धार्मिक के साथ वैज्ञानिक पहलू भी है अहम

[ad_1]

अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हरियाली तीज का खुमार चढ़ चुका है. सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर हरियाली तीज के विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही हैं. इन सोलह श्रृंगार में कांच की चूड़ियां पहनना अहम माना जाता है. शादी के बाद सुहागिन स्त्रियों का हाथों में चूड़ियां पहनना सोलह श्रृंगार में एक अहम हिस्सा माना जाता है. इससे न केवल धार्मिक बल्कि वैज्ञानिक लाभ और महत्व भी जुड़े हैं.

सुहागिन महिलाओं के द्वारा किए जाने वाले श्रृंगार में सिंदूर, पायल, बिछिया और मंगलसूत्र आदि के साथ हाथों में कांच की चूड़ियां पहनना अहम है. हाथों में चूड़ी पहनने की परंपरा वैदिक युग से चली आ रही है. इसका प्रमाण इस बात से भी मिलता है कि हिंदू देवियों की मूर्तियों में उन्हें चूड़ी पहने हुए दर्शाया गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर सुहागिन महिलाओं के हाथों में चूड़ियां पहनना इतना महत्वपूर्ण क्यों है, अगर नहीं तो जानते हैं.

सुहाग का प्रतीक है चूड़ियां

लखनऊ की रहने वाली सरिता सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सुहागिन महिलाओं के चूड़ी पहनने से पति की आयु बढ़ती है. इसे 16 श्रृंगार में एक जरूरी श्रृंगार माना जाता है. यही कारण है कि देवी दुर्गा को भी जब श्रृंगार के सामान चढ़ाए जाते हैं तो उसमें चूड़ियां अवश्य होती है. ज्योतिष दिनेश शर्मा के अनुसार हरी चूड़ियों के दान से बुध देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सुहागिन महिलाओं को पुण्यफल की प्राप्ति होती है. वहीं वास्तु शास्त्र के अनुसार चूड़ियों की खनखन से घर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है.

ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है

लखनऊ की रहने वाली प्रियंका ने बताया कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जो महिलाएं हाथों में चूड़ियां पहनती हैं, उनका स्वास्थ्य अनुकूल बना रहता है. क्योंकि चूड़ी पहनने से सांस और दिल संबंधी होने वाली परेशानियां कम होती है. चूड़ी पहनने से मानसिक संतुलन भी ठीक रहता है और इससे महिलाओं को कम थकान महसूस होती है. विज्ञान के अनुसार कलाई से नीचे से लेकर छह इंच तक एक्यूप्रेशर पॉइंट्स होते हैं. इन पर  दबाव पड़ने से शरीर स्वस्थ रहता है. ऐसे में हाथों में चूड़ियां पहनने से महिलाएं ऊर्जावान बनी रहती हैं.

यह भी है एक वजह

लखनऊ की रहने वाली महिलाओं ने हल्के-फुल्के अंदाज में यह भी बताया कि महिलाओं का हाथों में चूड़ियां पहनना इसलिए भी जरूरी है ताकि सास को पता चल सके की बहू घर में काम कर रही है.

Tags: Local18, Lucknow news, Religion 18, Up news in hindi

[ad_2]

Source link