Home Life Style इससे सस्ता नहीं मिलेगा समोसा और जलेबी, 25 साल से कायम है बादशाहत, जबरदस्त सेल

इससे सस्ता नहीं मिलेगा समोसा और जलेबी, 25 साल से कायम है बादशाहत, जबरदस्त सेल

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इससे सस्ता नहीं मिलेगा समोसा और जलेबी, 25 साल से कायम है बादशाहत, जबरदस्त सेल

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दीपक कुमार/बांका: महंगाई के इस दौर में लोगों को सस्ते में फूड आइटम खाने को नहीं मिल पाता है. लेकिन बांका शहर में एक ठिकाना ऐसा भी है जहां, महंगाई के इस दौर में भी सस्ते में समोसा और जलेबी खाने को मिल जाती है. यहां आपको अब भी 4 रुपए में समोसा और 3 रुपए में जलेबी खाने को मिल जाएगी. इतना ही नहीं, स्वाद के शौकीनों के लिए समोसे और जलेबी के अलावा मिठाई के कई वैरायटी उपलब्ध है. यह दुकान पिछले 25 साल से संचालित हो रही है. बिक्री भी जबरदस्त है और इसके बाद भी कीमत कम है. शहर के अन्य दुकानों में 10 रुपए में मिलने वाले समोसे में भी ऐसा स्वाद नहीं मिलेगा. इस खास समोसे को खाने के लिए आपको बांका शहर के विजयनगर चौक के पास आना होगा. इस दुकान की शुरुआत महेन्द्र साह ने की थी. इसलिए दुकान उन्हीं के नाम पर चल रही है.

दुकान संचालक अमित कुमार बताते हैं पिछले 25 साल से यह दुकान वैसे ही चल रहे हैं. हमारा मकसद अधिक मुनाफा न कमा कर सेवा देना है. इस बात से संतुष्टि हैं कि कम कीमत पर भी समोसे और जलेबी बेचकर परिवार की आवश्यकताएं पूरी हो जाती हैं. पिताजी पहले दुमका में काम करते थे. इसके बाद बांका आकर खुद की समोसे की दुकान खोलने का निर्णय किया. आज से 25 साल पहले पिता महेन्द्र साह ने दादाजी के साथ शुरुआत की थी और इसी दुकान की कमाई से चारों भाई को पढ़ा कर योग्य बनाया, ताकि धंधे को अच्छे से संभाल सकें. उन्होंने बताया कि उस वक्त लोगों को 50 पैसे में समोसा खिलाते थे. अब चार भाई मिलकर इस दुकान को चला रहे हैं. 

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समोसे बनाने की रेसिपी
अमित कुमार बताते हैं कि समोसा तैयार करने का तरीका यह है कि मैदे को तेल, नमक, मंगरेला आदि से मिलाकर पहले हाथ से गूंथते हैं. इसके बाद ब्यॉल आलू, जीरा, गोलकी, धनिया, गरम मसाला, बादाम धनिया पत्ती आदि से मिलाकर मसाला तैयार करते हैं. इसके बाद कढ़ाई में तलकर लोगों को गरमा-गरम समोसा परोसते हैं. वहीं, सरसों, लहसुन, मिर्च और अदरक के मिश्रण से स्पेशल चटनी भी बनाते हैं. अमित कुमार बताते हैं कि यह दुकान सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक चलता है. इस दौरान 1000 पीस समोसा और 700 पीस से अधिक जलेबी की बिक्री हो जाती है. वहीं रोजाना 4 हजार से अधिक की कमाई हो जाती है.

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