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विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के घटक दलों के नेताओं ने संसद की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर गुरुवार को एक बैठक की। उन्होंने सरकार से आग्रह किया इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह विस्तृत बयान दें तथा दोनों सदनों में इस विषय पर चर्चा कराई जाए। साथ ही विपक्षी दलों की यह भी मांग है कि लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूदने वाले व्यक्ति को पास दिलाने के लिए अनुशंसा करने वाले भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने प्रताप सिम्हा की गिरफ्तारी की मांग की है।
संसद के चौदह विपक्षी सदस्यों को गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ने अनियंत्रित व्यवहार के लिए निलंबित कर दिया। इनमें कांग्रेस के 9, सीपीआईएम के 2, डीएमके के 2 और सीपीआई के एक सांसद शामिल हैं। सांसदों को सदन से निलंबित करने पर कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”जिन्हें निलंबित करना चाहिए था, उन्हें निलंबित नहीं किया गया। बीजेपी सांसद ने पास जारी किया था। हमने मांग की है कि इसकी निंदा की जानी चाहिए और गृह मंत्री को सदन में जवाब देना चाहिए, उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए… वे विपक्ष को निलंबित करके उनकी आवाज नहीं दबा पाएंगे… आज की सरकार विफल है। गृह मंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए…अगर संसद सुरक्षित नहीं रहेगी तो देश कैसे सुरक्षित रहेगा?…”
वहीं संसदीय सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर डीएमके सांसद टीआर बालू ने भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा, ”सभी विपक्षी सांसद मांग कर रहे हैं कि गृह मंत्री या प्रधानमंत्री संसद के सामने आएं और बताएं कि क्या हुआ है, उन्होंने क्या जरूरी कदम उठाए हैं… न्यूनतम सजा यही है उन्हें (भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा को) गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”
इससे पहले विपक्षी नेताओं की बैठक कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई। बैठक में कांग्रेस के खरगे और जयराम रमेश, द्रमुक से टी आर बालू और तिरूची शिवा, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा तथा कई अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल थे। इस बैठक के बाद खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘संसद और सांसदों की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विपक्ष और ‘इंडिया’ के घटक दलों की ओर से हम मांग करते हैं कि इस गंभीर मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री एक बयान दें और उसके बाद इस संबंध में चर्चा की जाए।’’ उन्होंने कहा कि संसद की सुरक्षा के लिए तत्काल जरूरी सुधारात्मक कदम उठाए जाएं।
संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिए रंगीन धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया। इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया। सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है।
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