Friday, December 20, 2024
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इस खास पत्ते पर मिलती है यह चाट, 48 सालों से है मशहूर, इस स्वाद के दीवाने हैं लोग


अरशद खान/देहरादून:उत्तराखंड की राजधानी देहरादून अपने पर्यटन, बड़े बाजारों और रिहायशी इलाके की वजह से न सिर्फ देश, बल्कि दुनियाभर में मशहूर है. हर साल यहां पर लाखों की संख्या में पर्यटक बीते कई दशकों से आ रहे हैं. यही कारण है कि यहां के बाजारों में विशेष तौर से खाने पीने पर खास ध्यान दिया जाता है. यदि कोई चाट खाने का शौकीन है तो वह देहरादून की तंग गलियों से होता हुआ बैंड बाजार में स्थित जैन साहब की चाट खाने जरूर पहुंचता है. यहां की चाट का जायका इतना मशहूर है कि 48 सालों से आम लोगों के साथ-साथ दूरदराज के लोग भी यहां चाट खाने आते हैं.

छोटी दुकान, लेकिन बड़ा है नाम

पल्टन बाजार के बैंड बाजार गली की जैन चाट भंडार भले एक छोटे से ठिए से संचालित हो रहा हो, लेकिन इसका नाम चाट की दुनिया में काफी बड़ा है. जिस तरह खाने के शौकीन बेहतर और यूनिक खाने की तलाश में जगह-जगह जाते हैं. उसी तरह चाट के शौकीन जैन चाट भंडार पर जरूर आते हैं. यहां पर आज भी मालू के पत्ते पर चाट कस्टमर को सर्व की जाती है, जो लोगों को प्रकृति से जुड़े होने का एहसास दिलाता है.

तीसरी पीढ़ी खिला रही चाट

जैन चाट भंडार की स्थापना सन् 1975 में तब हुई थी, जब जैन चाट भंडार के संस्थापक धर्मपाल जैन अपनी पुश्तैनी जमीन से देहरादून में आए थे. उन्होंने चाट बनाना अपने पिताजी से सीखा था. इसके बाद देहरादून आकर एक छोटे ठिए से लोगों को चाट खिलाना शुरू किया. आज उनके बेटे संजीव भी इसी ठिए पर लोगों चाट सर्व कर रहे हैं. यहां मिलने वाली कचालू चाट देहरादून में कहीं भी देखने को नहीं मिलेगी.

तमाम मसाले खुद करते हैं तैयार

समय के बदलाव के साथ शहर के अन्य इलाकों में मिलने वाली चाट के जायके में बदलाव आने का सबसे बड़ा कारण चाट मसालों में होने वाली मिलावट है, लेकिन जैन चाट भंडार के स्वाद में किसी तरह का कोई बदलाव न आने का सबसे बड़ा कारण यह है कि जब से यह दुकान खुली है, तब से आज तक चाट के तमाम मसाले वह स्वयं अपने हाथों से पीसते हैं. यहां तक कि मिर्च भी हाथ से कुटी हुई इस्तेमाल की जाती है. इनकी चाट के स्वाद में इनका वर्षों का अनुभव साफ झलकता है.

हाजमे के लिए होती है चाट, पेट भरने के लिए नहीं

जैन चाट भंडार ओनर धर्मपाल जैन बताते हैं कि चाट पेट के हाजमे के लिए होती है. कुछ लोग इसे पेट भरने के लिए खाते हैं. ऐसा करने पर आपका हाजमा खराब भी हो सकता है. यहां की मिक्स चाट, पापड़ी चाट, पानी वाले गोलगप्पे, दही वाले गोलगप्पे हर किसी स्वाद एक अलग और जबरदस्त है.

Tags: Food, Food 18, Hindi news, Local18



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