सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर: जेल के अंदर के बारे में जानना तो हर कोई चाहता है लेकिन जेल जाना कोई नहीं चाहता है. लेकिन शाहजहांपुर के दो दोस्तों ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि आज कोई भी जेल के अंदर कैद होने का मजा ले सकता है. दो दोस्तों ने मिलकर जेल कैफे नाम का एक रेस्टोरेंट शुरू किया है. जिसे हूबहू जेल की शक्ल दी गई है. यहां बाकायदा जेल सुपरिंटेंडेंट लोगों को हथकड़ी डालकर अंदर लाती है और कैदी के कपड़े पहने वेटर ग्राहकों को खाना परोसते हैं. जेल कैफे को देखने के लिए कई जिले को लोग यहां पहुंच गए हैं.
वकालत की पढ़ाई पूरी करने के बाद खोला जेल कैफे
शाहजहांपुर के रहने वाले दो दोस्त हर्षित मिश्रा और मोहम्मद फरमान खान ने अनोखा कैफे खोला है. हर्षित मिश्रा और मोहम्मद फरमान ने शहर के ही स्वामी सुकदेवानंद महाविद्यालय से कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद वकालत करने के बजाय अपना बिजनेस शुरू करने के बारे में सोचा. इसके बाद दोनों ने जेल की ही तर्ज पर एक कैफे बनाया.
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जेल की बैरक में सर्व किया जाता है खाना
यह कैफे शहर के जलालनगर इलाके में बनाया गया है. इस कैफे को जेल की बैरक की तरह डिजाइन किया गया है. कैफे की मैनेजर और वेटर भी जेल स्टाफ की ही ड्रेस में नजर आते हैं. कैफे में आने वाले ग्राहक को रिसीव करने के लिए मैनेजर फिजा नूर जेल सुपरिटेंडेंट की ड्रेस पहने गेट पर जाती हैं और ग्राहक को हथकड़ी लगाकर बैरक में ले जाकर बंद कर देती हैं. ग्राहक द्वारा दिए गए ऑर्डर को कैदी की ड्रेस पहने हुए वेटर सर्विस देते हैं. ग्राहक द्वारा खाना खाने के बाद बिल का भुगतान करने पर ही ग्राहक को बैरक से बाहर निकाला जाता है.
जेल कैफे से मिला युवाओं को रोजगार
हर्षित मिश्रा और मोहम्मद फरमान का कहना है कि यह कैफे शुरू करने के बाद उन्होंने करीब आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को रोजगार भी दिया है. वही उनका यह भी कहना है कि इस जेल कैफे में सभी लोग मालिक बनकर ही काम करते हैं. उन्होंने अभी यह स्टार्टअप किया है और बाद में इसकी और शाखाएं भी खोलेंगे.
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FIRST PUBLISHED : September 06, 2023, 14:46 IST