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यूपी विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए सीएम योगी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर हमले किए। अखिलेश के आरोपों का एक-एक कर जवाब दिया। पीडीए को लेकर भी सीएम योगी ने जवाब दिया। योगी ने कहा कि अखिलेश यादव के पीडीए में सब लोग हैं लेकिन चच्चू (शिवपाल यादव) ही नहीं हैं। सीएम योगी का इशारा लोकसभा के लिए घोषित प्रत्याशियों पर था। अखिलेश ने भी बीच में सीएम योगी को टोकने के कोशिश की और कहा कि अयोध्या में कैमरे से गायब क्यों थे। लेकिन स्पीकर ने अखिलेश को बीच में टोकाटाकी से रोक दिया।
सदन में पहले अखिलेश यादव को मौका मिला और उन्होंने एक घंटे से ज्यादा समय तक सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर घेरने की कोशिश की। अखिलेश के बाद सीएम योगी संबोधन की शुरुआत में ही सीधे अखिलेश पर निशाना साधा। 22 जनवरी को अयोध्या में हुए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की चर्चा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि मुझे आश्चर्य हो रहा कि उन्होंने (अखिलेश यादव) सदी की सबसे बड़ी घटना पर नहीं बोला। सिर्फ इधर-उधर की बातों पर ध्यान भटकाते रहे। इनका इतिहास है कि जबरन ये अपनी बातों को दूसरों पर थोपते हैं।
योगी ने कहा कि उनके पीडीए का मतलब हमारे साथी ने बताया था कि परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है। इस पीडीए में परिवार के सब लोग हैं लेकिन चच्चू (शिवपाल यादव) ही नहीं हैं। लोकसभा चुनाव के लिए घोषित सपा प्रत्याशियों की ओर इशारा करते हुए योगी ने कहा कि परिवार के तीन सदस्यों का नाम है तो चच्चू का नाम क्यों नहीं है। बेचारे चच्चू देखते रह गए। एक बार फिर ठग गए। अगर प्रभुराम को मानते तो चच्चू के साथ अन्याय नहीं करते। इनको रामायण से सीखना चाहिए।
इस पर अखिलेश भी अपनी सीट से उठे और स्पीकर की ओर मुखातिब होकर पूछा कि उस सबसे बड़ी घटना (रामलला प्राण प्रतिष्ठा) के दौरान यह कैमरे के फोकस से बाहर क्यों थे। कैमरे से साइड लाइन क्यों थे। हालांकि स्पीकर ने आगे बोलने से यह कहते हुए रोक दिया कि उन्हें भी बोलने का पूरा मौका मिला और किसी ने टोका नहीं था।
सीएम योगी यहीं नहीं रुके, कहा कि चाचा ही आप पर आशीर्वाद नहीं बरसा रहे हैं तो किसी और का आशीर्वाद कैसे मिल पाएगा। आज उत्तर प्रदेश प्रगति कर रहा है तो आप को तो गौरव की अनुभूति होनी चाहिए कि इसी उत्तर प्रदेश में आपको कभी मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार किया था।
सीएम योगी ने पीडीए को लेकर अखिलेश पर हमले जारी रखे। अयोध्या की चर्चा करते हुए कहा कि वहां सबरी के नाम पर भोजनालय बना है। क्या सबरी के अनुयायी पीडीए में नहीं हैं। निषादराज के नाम पर काम हुए हैं। क्या निषादराज के अनुयायी पीडीए में नहीं हैं।