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Umesh Pal Muirder Case: उमेश पाल हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस ने अपनी चार्जशीट सीबीआई की तर्ज पर तैयार की है। जांच रिपोर्ट वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर बनाई गई है। लगभग दो हजार पेज के आरोप पत्र में कॉल डिटेल, सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य साक्ष्यों को समाहित किया गया है।
पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद उसके गुर्गे मो. सजर ने अशरफ को बरेली जेल में कॉल कर काम पूरा होने की जानकारी दी थी। इसके बाद अतीक अहमद ने लगभग सवा पांच बजे अहमदाबाद जेल से सजर को आईफोन पर फोन कर पूछा था कि- उमेशवा मरा कि नय..। सजर ने मौत की पुष्टि की थी। सजर उमेश के घर के बाहर नजर रखे हुए था। एक-एक बात की जानकारी शेयर कर रहा था।
सभी आरोपी नैनी जेल में बंद हैं
उमेश पाल हत्याकांड में जांच आगे बढ़ी और शनिवार को विवेचक एसीपी ने अतीक अहमद के बहनोई मेरठ निवासी अखलाक अहमद, अतीक के अधिवक्ता खान सौलत हनीफ, चालक कैश अहमद, मुंशी राकेश उर्फ लाला, मो. अरशद कटरा, नियाज अहमद, इकबाल अहमद और शारुक उर्फ शाहरुख के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया। सभी आरोपी नैनी जेल में बंद हैं। अतीक के अधिवक्ता खान सौलत हनीफ को उमेश पाल अपहरणकांड में उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है।
प्रस्तुत आरोप पत्र पर विशेष न्यायालय एससी-एसटी एक्ट अनिरुद्ध कुमार तिवारी ने पारित आदेश में कहां कि पुलिस द्वारा प्रस्तुत आरोप पत्र एवं अन्य पत्रों का अवलोकन किया गया। अपराध का संज्ञान लिए जाने का पर्याप्त आधार है। आरोप पत्र दर्ज रजिस्टर किया जाए एवं मुकदमा सुनवाई के लिए 21 जून को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाए।
इन धाराओं में पेश हुआ आरोप पत्र
धारा147,148,149,302,307,506,34,/120 बी भारतीय दंड संहिता
धारा 3 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम
धारा 3(2 )(5) एससी एसटी एक्ट
नियाज अहमद-धूमनगंज निवासी नियाज को अतीक के बेटे असद ने अपनी टीम में शामिल किया था। इंटरनेट कॉल कर अतीक से बात कराई थी। नियाज धूमनगंज से लेकर कचहरी तक उमेश पाल का पीछा करके उसकी लोकेशन शेयर करता था। उमेश की हत्या के दिन भी मुखबिरी की थी।
मो. सजर-उमेश पाल के घर के पास ही रहता है। अतीक के बेटे ने मो. सजर को उमेश की मुखबिरी करने के लिए आईफोन दिया था। वह आईफोन से सीधे अतीक और अशरफ से जुड़ा था। फेसटाइम पर बात करता था। उमेश के घर से निकलने और घर पहुंचने तक की जानकारी देता था। उमेश की हत्या के बाद इसी ने जेल में कॉल कर अतीक और अशरफ को पूरी जानकारी दी थी।
अरशद कटरा उर्फ अरशद खान-शातिर अपराधी अख्तर कटरा का भतीजा अशरद भी अतीक के बेटे असद का साथी बन गया था। वह भी अतीक के घर पर हुई बैठकों में शामिल हुआ और अन्य साथियों संग मिलकर उमेश की मुखबिरी करने में मदद करता था।
कैश अहमद-अतीक अहमद की 16 साल से गाड़ी चला रहा था। शाइस्ता परवीन के कहने पर असलहे और लाखों रुपये छिपाए थे। कैश और राकेश की निशानदेही पर ही पुलिस ने 74 लाख रुपये और असलहों का जखीरा बरामद किया था। कैश अतीक के वफादार नौकरों में से एक था। हत्या की साजिश की जानकारी उसे थी।
राकेश कुमार-अतीक का सबसे पुराना नौकर है। अतीक के जेल जाने के बाद मुंशी का काम संभाल लिया था। अतीक की पत्नी शाइस्ता उस पर विश्वास करती थी। राकेश को ही 74लाख रुपये से भरा बैग छिपाने के लिए दिया था। पुलिस ने राकेश को कस्टडी रिमांड पर लेकर रजिस्टर समेत अन्य सामान बरामद किया था।
शाहरुख-कौशाम्बी का रहने वाला शाहरुख भी अतीक के यहां काम करता था। इसे एसटीएफ ने असलहे के साथ गिरफ्तार किया था। असद के कहने पर शाहरुख ने ही राइफल लाकर असद की कार में रखी थी। उसी राइफल से साबिर ने उमेश की सुरक्षा में लगे सिपाही की हत्या की थी।
अखलाक अहमद-अतीक का बहनोई डॉक्टर अखलाक अहमद मेरठ में रहता है। उमेश पाल की हत्या के बाद पांच लाख का इनामी गुड्डू मुस्लिम मेरठ में जाकर अखलाक अहमद के घर पर छिपा था। डॉक्टर ने गुड्डू मुस्लिम को 50हजार रुपये दिए थे। इससे पूर्व उसने शूटरों को लाखों रुपये की आर्थिक मदद की थी। मेरठ में अखलाक के घर से मिले सीसीटीवी फुटेज में गुड्डू मुस्लिम नजर आया था। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
खान सौलत हनीफ-अतीक का करीबी अधिवक्ता खान सौलत हनीफ उमेश पाल अपहरण केस में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उमेश की हत्या में साजिश रचने और मुखबिरी करने का आरोप है। सौलत ने शूटरों को उमेश पाल की फोटो व्हाट्सएप पर शेयर की थी। पुलिस ने सौलत को कस्टडी रिमांड पर लेकर पिस्टल और आईफोन बरामद किए थे।
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