
Scientist Reverse 15 Years of his Age: उम्र लंबी नहीं हेल्दी होनी जरूरी है. जीवन को हेल्दी बनाने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. वैज्ञानिकों ने हमेशा यह माना है कि लंबा और हेल्दी जीवन के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल बहुत जरूरी है. अब अमेरिका के एक जरा वैज्ञानिक यानी बुजुर्गों की सेहत पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिक डॉ. एरिक वर्डिन ने दावा है कि उन्होंने अपनी जैविक आयु को 15 साल तक घटा लिया है. इसका मतलब यह हुआ कि बेशक ही उनकी उम्र बढ़ गई है लेकिन उनके शरीर के अंदरुनी अंगों की लाइफ 15 साल तक घट गई है. यानी वह 15 साल पहले वाले जवान बन गए है. इसके लिए डॉ. वार्डिन ने अपने नाश्ते को श्रेय दिया है. वार्डिन 68 साल के हैं. डॉ. वर्डिन का मानना है कि नाश्ता न केवल शरीर को ऊर्जा देता है, बल्कि यह शरीर में इंफ्लामेश को कम करने और ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, जिससे दीर्घायु की संभावना बढ़ती है.
अंडा, एवोकाडो और सेलमन
डॉ. वर्डिन अपने नाश्ते में अंडे, एवोकाडो और सेलमन मछली के कॉम्बिनेशन को खाते हैं. वे इसे साबुत अनाज से बने ब्रेड के साथ खाते हैं. अंडे प्रोटीन और जरूरी पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत होते हैं, जबकि एवोकाडो हेल्दी फैट और फाइबर से भरपूर होता है. सेलमन मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और विटामिन डी से समृद्ध होता है, जो हार्ट हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है. साबुत अनाज की ब्रेड फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है. इस नाश्ते के सभी तत्व एक साथ मिलकर शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और शरीर को दिनभर सक्रिय रखते हैं.
चीनी से भरा नाश्ता खतरनाक
डॉ. वर्डिन पारंपरिक नाश्ते को सिरे से नकारते हैं. खासकर चीनी युक्त अनाज और संतरे के रस को लेकर. उनका कहना है, आप जो सबसे खराब नाश्ता सोच सकते हैं, वह है चीनी से भरा हुआ अनाज और संतरे का रस. यह मूल रूप से चीनी, चीनी और और सिर्फ चीनी है. उनका कहना है कि ऐसे नाश्ते से ब्लड शुगर में तेजी से वृद्धि हो सकती है. इससे शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ सकती है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज हो सकती है. हाई ब्लड शुगर लेवल्स से मेटाबोलिक बीमारियां बढ़ सकती हैं, जिनमें टाइप 2 डायबिटीज और हार्ट डिजीज शामिल हैं. इसलिए, डॉ. वर्डिन कहते हैं कि दिन की शुरुआत के लिए हल्का और संतुलित नाश्ता बेहतर होता है.
हेल्दी लाइफस्टाइल लंबी उम्र की गारंटी
डॉ. वर्डिन का मानना है कि दीर्घायु केवल जीन पर निर्भर नहीं करती,बल्कि हेल्दी लाइफस्टाइल के विकल्प भी इसमें एक अहम भूमिका निभाते हैं. वह कहते हैं कि उन्होंने अपनी जैविक आयु को घटाने के लिए न सिर्फ आहार में बदलाव किए, बल्कि नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन, पर्याप्त नींद और माइंडफुलनेस प्रैक्टिस को भी अपनी दिनचर्या में शामिल किया. उनका कहना है कि हेल्दी डाइट महत्वपूर्ण है. इसमें ताजे फल, हरी पत्तीदार सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर हो. ये सब शरीर को दीर्घायु के लिए तैयार करते हैं. इस प्रकार, डॉ. वर्डिन के आहार और जीवनशैली में बदलाव न केवल उनकी जैविक आयु को घटाने में मददगार साबित हुए हैं, बल्कि यह दूसरों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत हो सकते हैं. उनका मानना है कि अपने आहार को सही दिशा में मोड़ने और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से हम भी अपनी दीर्घायु को बढ़ा सकते हैं.