Home Education & Jobs एक्सपर्ट का कहना- नौकरी देने वाले 3 से 5 सेकंड तक ही देखते हैं आपका रिज्यूमे और खोजते हैं ये डिटेल्स

एक्सपर्ट का कहना- नौकरी देने वाले 3 से 5 सेकंड तक ही देखते हैं आपका रिज्यूमे और खोजते हैं ये डिटेल्स

0
एक्सपर्ट का कहना-  नौकरी देने वाले 3 से 5 सेकंड तक ही देखते हैं आपका रिज्यूमे और खोजते हैं ये डिटेल्स

[ad_1]

ऐप पर पढ़ें

डिज़्नी के पूर्व रिक्रूटर्स यानी रिक्रूटर्स और आगामी नेतृत्व पुस्तक  “Build Smart” के लेखक साइमन टेलर का कहना है कि रिक्रूटर्स प्रत्येक रिज्यूमे को देखने में बहुत कम समय बिताते हैं। वह किसी भी रिज्यूमे को “तीन से पांच सेकंड” देखते हैं और निर्णय लेते हैं कि इसे आगे पढ़ना चाहिए या नहीं।

उन्होंने बताया कि तीन से पांच सेकंड का समय काफी कम होता है, लेकिन इतने कम समय में जरूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए, रिक्रूटर्स “मास्टर कीवर्ड स्कैनर” बन जाते हैं और उन डिटेल्स की तलाश करते हैं, जिसके आधार पर वह तय करते हैं कि इंटरव्यू प्रक्रिया के लिए आगे बढ़ना चाहिए या नहीं। ऐसे में जो उम्मीदवार नौकरी के लिए आवेदन करने जा रहे हैं, उनके लिए ये काम की जानकारी है। आइए विस्तार से जानते हैं रिक्रूटर्स रिज्यूमे में सबसे पहले क्या देखना पसंद करते हैं।

– ‘वर्तमान मे नौकरी का पद’

सबसे पहले, रिक्रूटर्स लेटेस्ट नौकरी के पद को देखते हैं। यानी जिस पद पर उम्मीदवार वर्तमान में काम कर रहे हैं। साइमन टेलर कहते हैं, रिक्रूटर्स सबसे पहले ये देखते है कि आप किस पद पर काम कर रहे हैं। जिसके बाद वह उस पद से तुलना करते हैं, जिसके लिए उम्मीदवार आवेदन कर रहे हैं। रिक्रूटर्स देखना चाहते हैं कि वर्तमान पद उस पद के कितना समान है जिसे वे भरना चाह रहे हैं। इससे रिक्रूटर्स इस बात का अंदाजा लगा लेते हैं कि आप अभी क्या कर रहे हैं और आप उनकी कंपनी में काम पर क्या कर सकते हैं। जिस पद के लिए आप आवेदन कर रहे हैं, अगर आपका पद वर्तमान पद से मिलता है तो इंटरव्यू का प्रोसेस आसान हो जाता है। टेलर का कहना है कि यदि आप वर्तमान में कोई उम्मीदवार काम नहीं कर रहा है, तो भर्ती करने वाले मैनेजेर उनके लेटेस्ट नौकरी के पद को देखते हैं।

– ‘वर्क एक्सीपीरंस’

जब रिक्रूटर्स आपके लेटेस्ट नौकरी का पद देखते हैं, तो वे उस कंपनी का नाम भी देखेंगे जिसमें आप काम कर रहे हैं या काम कर चुके हैं। जिसके बाद रिक्रूटर्स आपके वर्क एक्सीपीरंस को देखना पसंद करते हैं। जिसके आधार पर वह तय करते हैं कि उम्मीदवार के पास कितनी नॉलेज है और वह कंपनी की ग्रोथ में कितनी भागीदारी दे सकता/ सकती है। इन जानकारियों के आधार पर ही रिक्रूटर्स किसी भी उम्मीदवार के साथ इंटरव्यू प्रक्रिया में आगे बढ़ने के बारे में विचार करते हैं।

 

 

 

[ad_2]

Source link