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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि एक “चौकीदार” है और एक “दुकानदार” हैं। ओवैसी ने कहा कि नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी दोनों देश में “मुस्लिम लोगों के उत्पीड़न” के बारे में बात नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच में “दुकानदार और चौकीदार” वाली सेटिंग है।
आजतक जी20 समिट में एआईएमआईएम नेता से पूछा गया कि अगर उन्हें पेशकश की गई तो क्या वह विपक्षी गठबंधन INDIA में शामिल होंगे। इस पर उन्होंने कहा कि विपक्षी गुट में शामिल होने की उनकी कोई योजना नहीं है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा, “यह एक खतरनाक ‘महबूबा’ है।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी भारत राष्ट्र समिति के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करती है, विपक्ष के नहीं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू की जानी चाहिए, तो उन्होंने कहा कि अगर इसे लागू किया गया तो लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता छीन जाएगी। यूसीसी के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण के सवाल पर उन्होंने पलटवार करते हुए पूछा कि प्रधानमंत्री ने अभी तक सामूहिक बलात्कार पीड़िता बिलकिस बानो को न्याय क्यों नहीं दिलाया। देश में आगामी G20 शिखर सम्मेलन के बारे में बात करते हुए, असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा कि क्या हम अन्य देशों के G20 नेताओं को “मणिपुर में गृह युद्ध” दिखाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस बात की संभावना नहीं है कि शिखर सम्मेलन के अंत में कोई संयुक्त बयान जारी किया जाएगा।
इससे पहले ओवैसी ने सोमवार को उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री मोदी हरियाणा के नूंह में तोड़फोड़ की कार्रवाई और कथित लक्षित हिंसा की स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में निंदा करेंगे। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि एक ओर मुसलमानों के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है, दूसरी ओर दिल्ली में उनके घर पर भी हमला हुआ है। हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को नूंह में तोड़फोड़ की निंदा करनी चाहिए। यदि प्रधानमंत्री के मन में भारतीय मुसलमानों के लिए थोड़ा सा भी प्रेम है तो मैं आशा करता हूं कि वह लक्षित हिंसा की कल लाल किले से निंदा करेंगे। हम आशा करते हैं कि जिस तरह एक धर्म को निशाना बनाया जा रहा है, जो हिंसा हो रही है, चाहे वह नूंह की हिंसा हो, उसकी प्रधानमंत्री निंदा करेंगे।’’