Home World एस्टेरॉयड की टक्कर से खुली इस शहर की किस्मत! यहां घर में जड़े हैं हीरे, जानें दिलचस्प कहानी

एस्टेरॉयड की टक्कर से खुली इस शहर की किस्मत! यहां घर में जड़े हैं हीरे, जानें दिलचस्प कहानी

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एस्टेरॉयड की टक्कर से खुली इस शहर की किस्मत! यहां घर में जड़े हैं हीरे, जानें दिलचस्प कहानी

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हाइलाइट्स

जर्मनी का एक पूरा शहर ऐस्टरॉइड दुर्घटना स्थल पर बना है
ऐस्टरॉइड ने 70000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी पर 25 किलोमीटर चौड़ा गड्ढा बना दिया
बसने वालों को जमीन की जानकारी नहीं थी कि वे एक क्षुद्रग्रह दुर्घटना स्थल पर घर बना रहे थे

बर्लिन. पृथ्वी विस्मयकारी स्थानों और संरचनाओं से भरी हुई है और ज्यादातर मामलों में वे या तो पृथ्वी के भीतर या मनुष्यों द्वारा प्राकृतिक रूप से निर्मित हैं. हालांकि, पृथ्वी पर एक जगह है जो ग्रह पर सबसे अनोखी जगहों में शुमार है, फिर भी इसका श्रेय न तो मनुष्यों को जाता है और न ही प्रकृति को. हिन्दुतान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार नोर्डलिंगन बवेरिया, जर्मनी (Germany) में एक छोटा सा शहर है, जो भले ही असामान्य न लगे, लेकिन नासा और ईएसए खगोलविदों द्वारा इसे अक्सर असामान्य देखा जाता है.

ऐसा इसलिए है क्योंकि पूरा शहर ऐस्टरॉइड दुर्घटना (Asteroid Crash Site) स्थल पर बना है. इस जगह पर वास्तव में एक ऐस्टरॉइड आकर टकराया था. लेकिन सिर्फ इतना ही नहीं ऐस्टरॉइड के चलते शहर में अधिकांश संरचनाओं का निर्माण करने के लिए उपयोग किये गए पत्थर हीरे (Diamond Town) से भरे हुए हैं. जांच करने पर वैज्ञानिकों को यह पता चला कि 15 मिलियन वर्ष पहले, एक किलोमीटर चौड़ा एक विशाल ऐस्टरॉइड उसी भूमि से टकराया था जिस पर आज शहर बना है. ऐस्टरॉइड ने 70000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी पर 25 किलोमीटर चौड़ा गड्ढा बना दिया जिसे आज नॉर्डलिंगर रीस के नाम से जाना जाता है.

कस्बे के निर्माण के शुरुआती रिकॉर्ड 9वीं शताब्दी तक के हैं. रिकॉर्ड के आधार पर, बसने वालों को जमीन की जानकारी नहीं थी कि वे एक क्षुद्रग्रह दुर्घटना स्थल पर घर बना रहे थे. वास्तव में, यहां तक ​​कि 20वीं शताब्दी में स्कूल की किताबों में भी उल्लेख किया गया है कि इस शहर का एक अनूठा आकार था क्यूंकि इसका निर्माण एक विलुप्त ज्वालामुखी (Volcano) पर होने के कारण हुआ है. जबकि इसके ऐसे आकार कर कारण ऐस्टरॉइड की टक्कर थी.

हीरो से भरा है शहर
शोध में यह भी पता चला है कि बसने वालों को यह भी नहीं पता था कि क्षेत्र में सामान्य चट्टान, जिसे सुवेइट के नाम से जाना जाता है, हीरे से भरा हुआ था. ये हीरे 0.02 मिमी से कम के औसत आकार के साथ बिना सहायता प्राप्त आंखों के लिए बहुत छोटा और अदृश्य हैं. इन हीरों को भी ऐस्टरॉइड ने ही बनाया था. जब ऐस्टरॉइड पृथ्वी से टकराया, तो इसने आधारशिला को इतनी तीव्र गर्मी और दबाव के अधीन कर दिया कि मिनट कार्बन बुलबुले तुरंत हीरे में तब्दील हो गए. रिपोर्टों के अनुसार, इस क्षेत्र में लगभग 72000 टन सूक्ष्म हीरे मौजूद हैं, जिनमें से कुछ अब हर देश में पाए जा सकते हैं.

Tags: Asteroid, Diamond, Germany

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