Home National ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने पाक के कितने फाइटर जेट मारे, कब लिखी गई बहावलपुर-मुरिदके के तबाही की स्क्रिप्ट

ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने पाक के कितने फाइटर जेट मारे, कब लिखी गई बहावलपुर-मुरिदके के तबाही की स्क्रिप्ट

0
ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने पाक के कितने फाइटर जेट मारे, कब लिखी गई बहावलपुर-मुरिदके के तबाही की स्क्रिप्ट

[ad_1]

Last Updated:

Operation Sindoor News: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 6 पाकिस्तानी जेट्स और एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट गिराया. 23 अप्रैल को ही बहावलपुर और मुरिदके टारगेट को लॉक कर दिया गया था.

ऑपरेशन सिंदूर: पाक के कितने फाइटर जेट ढेर, बहावलपुर मेन टारगेट... कब हुआ लॉक?

ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने 6 पाकिस्तानी जेट्स गिराए

हाइलाइट्स

  • भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में 6 पाक जेट्स गिराए.
  • बहावलपुर और मुरिदके पर हमला किया गया.
  • पीएम मोदी ने अमेरिकी दबाव की बात खारिज की.

भारत ने पहलगाम अटैक का बदला ऑपरेशन सिंदूर से लिया. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने कम से कम छह पाकिस्तानी जेट्स और एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट को मार गिराया. टॉप रक्षा सूत्रों ने CNN-News18 को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 23 अप्रैल यानी पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद ही पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरिदके स्थित आतंकी मुख्यालयों को अपने मेन टारगेट के रूप में चुन लिया था.

टॉप रक्षा सूत्रों ने यह भी कहा कि यह झूठ है कि भारत पर अमेरिका या डोनाल्ड ट्रंप का दबाव था कि वह 10 मई को पाकिस्तान के साथ सीजफायर करे. सूत्रों ने कहा, ‘सच्चाई यह है कि ट्रंप और पीएम मोदी ने कभी बात नहीं की. यहां तक कि जब जेडी वेंस ने कॉल किया, तो पीएम बहुत दृढ़ थे और झुके नहीं.’

कांग्रेस और राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बना रहे हैं. पूछ रहे हैं कि आखिर वह कथित तौर पर ‘अमेरिकी दबाव के आगे क्यों झुक गए’. सूत्रों ने कहा, ‘राहुल गांधी इस मामले में पीएम मोदी को निशाना बनाकर अपरिपक्वता दिखा रहे हैं, और यह संसद शुरू होने पर कांग्रेस को बैकफायर करेगा.’

कैसे हुई प्लानिंग

सूत्रों ने कहा कि मुरिदके और बहावलपुर भारत का मेन टारगेट होगा, यह 23 अप्रैल की मीटिंग में ही तय हो गया था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेवा प्रमुखों, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ 23 अप्रैल की सुबह एक लंबी बैठक की थी. इस बैठक में ही मुरिदके और बहावलपुर के विनाश की पटकथा लिख दी गई थी. यह पहलगाम हमले के एक दिन बाद की बात है. सेना के प्रमुखों ने इस बैठक में कहा था कि वे पहलगाम अटैक का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. ये विकल्प 23 अप्रैल की शाम को पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट समिति की सुरक्षा (सीसीएस) बैठक में रखे गए थे. पीएम ने उस दिन सऊदी अरब की यात्रा को छोटा कर भारत लौटने का फैसला किया था.

भारत कर रहा जांच

आखिरकार भारत ने 7 मई की सुबह 1.05 बजे से 1.30 बजे के बीच 22 मिनट के भीतर पाकिस्तान और पीओके में कई आतंकी हेडक्वार्टर्स पर हमला किया. सीडीएस ने हाल ही में स्वीकार किया कि इस ऑपरेशन के शुरुआती चरण में ‘रणनीतिक गलतियों’ के कारण भारत को कुछ जेट्स के नुकसान का सामना करना पड़ा, लेकिन इस दावे को खारिज कर दिया कि पाकिस्तान ने छह भारतीय जेट्स गिराया. शीर्ष रक्षा सूत्रों ने कहा कि सरकार इन ‘रणनीतिक गलतियों’ के कारणों की जांच कर रही है, जिससे कुछ भारतीय विमानों को नुकसान हुआ. लेकिन सभी भारतीय पायलट सुरक्षित लौट आए.

पाकिस्तान को कितना नुकसान

हालांकि, भारत ने पुष्टि की है कि 7 मई और 10 मई की सुबह भारतीय हमलों में छह से अधिक पाकिस्तानी जेट्स गिराए गए. साथ ही पाकिस्तानी सेना का एक सी-130जे सैन्य परिवहन विमान भी ढेर हो गया. शीर्ष रक्षा सूत्रों ने कहा कि इनमें पाकिस्तानी वायु सेना के एफ-16 और जेएफ-17 लड़ाकू जेट्स और एक पाकिस्तानी एसएएबी-2000 एवैक्स शामिल हैं. भारतीय नौसेना की असल में जंग में एंट्री नहीं हुई ती, लेकिन वह तैयार थी. सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान को डर था कि भारतीय नौसेना कराची पोर्ट पर हमला कर सकती है. और इसलिए उसने सफेद झंडा लहराया.

कैसे मिली सफलता

सूत्रों ने कहा कि 2020 में एलएसी पर गलवान संघर्ष के बाद रक्षा मंत्री की ओर से तीनों सेवा प्रमुखों को दी गई आपातकालीन खरीद शक्तियों ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान युद्ध जैसी स्थिति के लिए बलों की मजबूत तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सूत्रों ने यह भी बताया कि मल्टी पार्टी डेलिगेशन ने अच्छी सफलता प्राप्त की, और विपक्षी सदस्यों को टीमों में शामिल करने का निर्णय शीर्ष मंत्रियों की ओर से उनके पार्टी प्रमुखों से बात करके लिया गया था. सूत्रों ने कहा कि सलमान खुर्शीद, शशि थरूर, असदुद्दीन ओवैसी और कनिमोझी को जानबूझकर चुना गया था, जिससे विदेशों और देश में भी एक मजबूत संदेश गया.

authorimg

Shankar Pandit

Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho…और पढ़ें

Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho… और पढ़ें

homenation

ऑपरेशन सिंदूर: पाक के कितने फाइटर जेट ढेर, बहावलपुर मेन टारगेट… कब हुआ लॉक?

[ad_2]

Source link