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Operation Sindoor: भारत ने पहलगाम अटैक का बदला ऑपरेशन सिंदूर से लिया, जिससे पाकिस्तान ही नहीं, अब बांग्लादेशियों में भी खलबली मची है. 2000 से अधिक अवैध बांग्लादेशी अप्रवासियों को वापस भेजा गया है.
ऑपरेशन सिंदूर से अवैध बांग्लादेशी भी खौफ में हैं. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से 2000 अवैध बांग्लादेशी वापस भेजे.
- पहलगाम अटैक के बाद ऑपरेशन सिंदूर से कार्रवाई तेज हुई.
- गुजरात, दिल्ली, हरियाणा ने सबसे पहले कार्रवाई की.
Operation Sindoor: भारत ने पहलगाम अटैक का बदला ऑपरेशन सिंदूर से लिया. ऑपेरशन सिंदूर से अब तक पाकिस्तान खौफजदा है. आतंकी कब्र में आराम फरमा रहे हैं. जो बचे हैं वो कराह रहे हैं. इधर ऑपरेशन सिंदूर से बांग्लादेश में भी खलबली मची है. जी हां, ऑपरेशन सिंदूर के बाद से 2000 से अधिक अवैध अप्रवासियों को बांग्लादेश में वापस भेजा गया है.
इंडियन एक्सप्रेस सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद से 2,000 से अधिक कथित अवैध बांग्लादेशी अप्रवासियों को भारतीय अधिकारियों ने देश भर में सत्यापन अभियान के बाद सीमा पार से वापस भेजा है. इसी अवधि के दौरान एक्शन के डर से करीब इतनी ही संख्या में अवैध प्रवासी खुद से भारत-बांग्लादेश सीमा के पास पहुंचे हैं.
अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ सरकार की यह कार्रवाई त्रिपुरा, मेघालय और असम में बांग्लादेश सीमा पर हो रही है. भारत में गुजरात सबसे पहले अवैध प्रवासियों को वापस भेजने वाला राज्य था. बताया गया कि जिन लोगों को वापस बांग्लादेश भेजा गया है, उनमें से करीब आधे गुजरात से हैं. सूत्रों ने कहा कि दिल्ली और हरियाणा ने भी बड़ी संख्या में अप्रवासियों को वापस भेजा है, जबकि बाकी असम, महाराष्ट्र और राजस्थान से आए हैं.
एक सीनियर अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि ऐसे लोगों को बांग्लादेश वापस भेजा जा रहा है, जो सत्यापन के वक्त दस्तावेज दिखाने में फेल हो जा रहे हैं. अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ एक्शन में तेजी पहलगाम अटैक के बाद आई है. गुजरात ने सबसे पहले एक्शन लेना शुरू किया. उसके बाद दिल्ली और हरियाणा का नंबर आया. धीरे-धीरे अन्य राज्यों में अब कवायद तेज होने लगी है. सूत्रों की मानें तो इन कथित अवैध अप्रवासियों को अलग-अलग जगहों से भारतीय वायुसेना के विमानों में सीमा पर लाया जा रहा है और सीमा पर अस्थायी शिविरों में रखने के लिए बीएसएफ को सौंप दिया जा रहा है.
सूत्र ने कहा कि उन्हें भोजन और जरूरत पड़ने पर कुछ बांग्लादेशी मुद्रा दी जाती है और कुछ घंटों की हिरासत के बाद उन्हें उनके देश में वापस भेज दिया जाता है. त्रिपुरा, मेघालय और असम में भी कार्रवाई हो रही है. एक अधिकारी के मुताबिक, करीब 2,000 बांग्लादेशी अप्रवासी स्वेच्छा से सीमा पार करने के लिए आए हैं. अधिकारी ने कहा, ‘मीडिया में कार्रवाई के बारे में बड़े पैमाने पर रिपोर्टिंग के कारण हिरासत में लिए जाने के डर से बांग्लादेश से कई अवैध अप्रवासी स्वेच्छा से देश छोड़ रहे हैं.

Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho…और पढ़ें
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