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सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के छोटे बेटे अरुण राजभर और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण राजभर निकिता के साथ विवाह के बंधन में बंध गए हैं। रविवार को धूमधाम से वाराणसी से गाजीपुर बारात गई और शादी की रस्में पूरी हुईं। मंगलवार की सुबह से ही सिंधौरा स्थित पैतृक घर पर बहूभोज में राजनीतिक हस्तियों का जमावड़ा लगा हुआ है। निकिता भले ही गाजीपुर के सादात की रहने वाली हैं और लंबे समय तक झारखंड में पिता के साथ ही रहीं। लेकिन इन दिनों वाराणसी से ही बीबीए कर रही हैं। ऐसे में लोग चर्चा कर रहे हैं कि अरुण और निकिता की शादी लव मैरिज है या अरेंज। इस सवाल का जवाब खुद अरुण राजभर ने अपने रिसेप्शन वाले दिन दिया है। अरुण ने निकिता से पहली मुलाकात से लेकर शादी की बात पक्की होने और एक समय शादी कई महीनों तक टलने की नौबत आने की पूरी कहानी विस्तार से बताई।
निकिता और अरुण की पहली मुलाकात वाराणसी के नंदगांव स्थित लॉन में हुई थी। निकिता की बड़ी बहन अंकिता की शादी इस लॉन से हो रही थी। बारात अरुण राजभर के पैतृक गांव के पास से ही आ रही थी। अरुण के दोस्त विनोद ने यहीं पर निकिता के बारे में बताया। अरुण के घर भी उनकी शादी को लेकर बातें शुरू हो चुकी थीं। अरुण ने निकिता को वहां देखा और पहली नजर में ही पंसद कर लिया। लेकिन परिवार वालों की मर्जी भी जरूरी थी। विनोद से कहा कि लड़की की फोटो मांग लीजिए, घर वाले पसंद करेंगे तो बात आगे बढ़ेगी।
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अब कोई देरी नहीं थी मंजूर, फोटो के लिए खुद की बात
पहली नजर में ही निकिता को पसंद कर चुके अरुण अब कोई देरी नहीं चाहते थे। विनोद की तरफ से तीन दिनों तक फोटो नहीं आई तो खुद ही महाराष्ट्र के पार्टी महासचिव अजय राजभर से फोटो के लिए बात कर ली। अजय ने अपने साले साहब से बात करके लड़की की फ़ोटो अरुण के पास भेज दी। अरुण ने फोटो सबसे पहले भाभी माधुरी राजभर को दिखाई। भाभी ने फोटो उनके बड़े भाई डॉ अरविंद राजभर को दिखाई। फिर मम्मी-पापा और दादा-दादी को दिखाया गया।
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मन ही मन निकिता को चाहने लगे अरुण ने विनोद से निकिता के पापा का नंबर मांगा और अपने फूफा सुनील राजभर को दे दिया। कह दिया की जाकर लड़की के घर उनके परिवार से बात कर लें। फूफा भी अरुण की मंशा समझ गए थे। तय हुआ कि 18 मार्च को अरुण की भाभी माधुरी और भाई डॉ अरविंद, मम्मी और दादी वगैरह निकिता को देखने जाएंगे।
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टल गया निकिता को देखने का कार्यक्रम
इसी बीच बड़े भाई अरविंद की तबीयत बिगड़ गई। परिवार दुविधा में फंस गया। निकिता को देखने का कार्यक्रम टालने का उनके परिवार के लोग गलत अर्थ न निकाल लें। निकिता के परिवार वाले बुरा ना लग जाए कि मिलने का समय देकर नहीं आए। कही ऐसा न सोच ले कि शादी अब नहीं करना चाहते हैं और बहाना बना रहे हैं। पूरी स्थिति से निकिता के पापा को अवगत कराया गया। इसके बाद फूफा खुद अकेले गये और लड़की के परिवार से 18 मार्च को जाकर मिले और अरुण के परिवार को बताया कि सब ठीक है। शादी की बाद आगे बढ़ा दिया जाए। लेकिन परेशानी यह थी कि इधर अरविंद की तबीयत ठीक थी नहीं।
देखने के साथ ही रख दिया गया छेका
लड़की को देखने के लिए फिर से तारीख़ तय हुई। 24 मार्च को सीधे छेका रखा गया। लड़की के मम्मी, पापा, चाचा, भाई लखनऊ आए। वहीं पर छेका की रस्म निभाई गई और शादी की तारीख पड़ गई। तय हुआ कि 11 जून को शादी होगी और 13 जून को रिसेप्शन किया जाएगा। लेकिन अभी एक और ट्विस्ट आना बाकि था।
शादी की तारीख तय होते ही टलने की नौबत
शादी के लिए टेंट-बैंड वगैरह की बुकिंग हो गई और अब दूल्हे राजा अरुण की ही तबीयत बिगड़ गई। उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर ने बोल दिया कि तबीयत ठीक होने में दो से तीन महीना लग सकता है। यह सुनकर सभी को झटका लगा। तीन महीने बाद की शादी की तारीख निकल चुकी थी। ओपी राजभर ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से बात की और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में बात हुई।
वहां के डॉक्टर ने अरुण को देखा और सभी जांच देखी। दवाइयों के साथ ही कुछ एक्सरसाइज़ बताई। लेकिन यह भी कहा कि नियमित रूप से दवाई और एक्सरसाइज करने से दो तीन माह में तबीयत ठीक हो जाएगी। ऐसे में शादी की डेट टालने पर चर्चा होने लगी। घर के लोग चाहते थे कि परिवार में आखिरी शादी है तो पूरे धूमधाम से किया जाए। तबीयत पूरी तरह ठीक होने के बाद ही नवंबर में शादी की डेट रखने का फैसला हुआ।
कुछ दिन शादी की बातें बंद, फिर अचानक चमत्कार
शादी को लेकर कुछ दिनों तक बातें बंद हो गईं। 15 से 20 दिन तक शादी की कोई बात नहीं हुई। अरुण और निकिता को एक दूसरे के साथ जल्द ही सात जन्मों के बंधन में बंधना था। परिजनों ने चमत्कार देखा। एक महीने में ही तबीयत में काफी सुधार हुआ तो पहले से तय 11 जून को ही शादी और 13 जून को रिसेप्शन का फैसला कर लिया गया। भाई भाभी ने जल्दी जल्दी अरुण के लिए शेरवानी, शूट, जूता आदि की खरीदारी शुरू कर दी। भाभी ने पूरी प्लानिंग के साथ परिवार के सदस्यों के लिए भी साड़ी और कपड़ों की ख़रीदारी की।
रिसेप्शन में भाजपा-सपा के कई दिग्गज पहुंचे
वाराणसी सिंधौरा में आयोजित रिसेप्शन में भाजपा सपा से जुड़े कई दिग्गज पहुंचे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, सपा नेता रामगोविंद चौधरी, रालोद प्रमुख जयंत चौधरी, डॉन ब्रजेश सिंह और धनंजय सिंह के साथ ही माफिया मुख्तार अंसारी के भतीजे विधायक मन्नू अंसारी भी ओपी राजभर के घर नजर पहुंचे। पीएम मोदी का बधाई संदेश पहले ही पहुंच चुका था। सीएम योगी की बधाई लेकर खुद उनके सलाहकार वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अवनीश अवस्थी पहुंचे।
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